नई दिल्ली: भजपा शासित हरियाणा के किसानों का भरोसा अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के ऊपर से उठ गया है. बता दें कि नौबत यहाँ तक आ गई कि यहां के किसानों ने अपनी जमीन बचाने के लिए चीन के प्रधानमंत्री से गुहार लगाई है.
नेशनल दस्तक के हवाले से, हरियाणा के सोनीपत में रहने वाले किसानों ने चीन के प्रधानमंत्री ली केक्विआंग से दरख्वास्त की है कि वांडा ग्रुप ऑफ चाइन के लिए जमीन अधिग्रहण के मामले में हस्तक्षेप करें. वहीं हरियाणा सरकार ने खरखोदा में 10 बिलियन डॉलर की इंडस्ट्रियल टाउनशिप बनाने के लिए वांडा ग्रुप ऑफ चाइना को काफी जमीन ऑफर की है. बता दें कि पिछले 5 सालों से करीब 3000 एकड़ जमीन के अधिग्रहण का विरोध करने वाली कुंदाल की भूमि बचाओ संघर्ष समिति ने यह खत लिखते हुए कहा है कि किसानों ने हरियाणा सरकार को जमीन का कब्जा नहीं दिया है. समिति का कहना है कि किसान अपनी अंतिम सांस तक ऐसा नहीं करेंगे.
जमीन अधिग्रहण मामले पर समिति का दावा है कि राज्य सरकार ने स्थानीय विरोध की जानकारी चीनी निवेशकों को दी ही नहीं है. जनवरी 2015 में हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल ऐंड इंफ्रास्ट्रकचर डिवेलपमेंट कॉर्पोरेशन (HSIIDC) ने खरखोदा में वांडा इंडस्ट्रियल न्यू सिटी बनाने के लिए एमओयू पर साइन किया था.
बता दें कि करीब 10 हजार परिवारों के समर्थन का दावा करने वाली इस समिति ने नए भूमि अधिग्रहण कानून के तहत अधिक मुआवजे की मांग की है. इसके साथ डिवेलप्ड प्लॉट पर किसानों को भी दूसरी सुविधाएं देने की मांग करते हुए कहा है कि प्रभावित किसानों ने जमीन अधिग्रहण को चुनौती दी है और यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है.