हरियाणा हिंसा मामला: “हमारे आंदोलन की आढ़ में नेताओं के कराई हिंसा”- जाट महासभा

चंडीगढ़: अखिल भारतीय जाट महासभा ने आज यहाँ चंडीगढ़ में रखी एक मीटिंग के दौरान जहाँ आरक्षण के लिए लड़ाई जारी रखने का ऐलान किया है वहीँ पिछले दिनों हरियाणा में हुई हिंसा से पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि ‘हरियाणा में हिंसा का जो तांडव मचा, उसमें जाट समुदाय के लोगों की कोई भूमिका नहीं थी’।

चंडीगढ़ में पत्रकारों से बात करते हुए में अखिल भारतीय जाट महासभा के महासचिव युद्धवीर सिंह ने कहा कि आंदोलन की आड़ में जो कुछ हुआ, उससे पूरा जाट समाज दुखी है। महासभा के मुताबिक मुरथल में औरतों का बलात्कार किये जाने की खबर से तो पूरा जाट समुदाय सदमे में था।

इस मामले पर बोलते हुए महासभा के महासचिव युद्धवीर सिंह ने कहा कि लोगों को हुई असुविधा के लिए हम माफी मांगते हैं। समुदाय पर झूठे इलज़ाम लगाए जा रहे हैं कि जाटों ने दुकानें लूटी और आगजनी की लेकिन सच तो यह है कि जाट आंदोलन शान्ति से चल रहा था, लेकिन सांसद राजकुमार सैनी ने उसे भड़काने का काम किया।

हिंसा जाटों ने नहीं की बल्कि भीड़ में शामिल नेताओं के गुंडों ने मौके का फायदा उठकर गलत हरकतों को अंजाम दिया। उन्होंने यह भी इलज़ाम लगाया कि रोहतक में डीएसपी अमित भाटिया ने हॉस्टल में घुसकर जाट युवकों को बुरी तरह पीटा, जिससे गुस्सा भड़का।

महासभा ने खुलासा करते हुए कहा कि पुलिस ने रोहतक में अब तक 71 लोग पकड़े हैं, जिनमें से 59 गैर जाट हैं और बाकी शहरों में भी यही हाल है।