हर एमएलए के पास बयतुल खुला के लिए 50 लाख

एमएलए को वजीरे आला तरक़्क़ी मंसूबा से मिलने वाली रकम का कम से कम 50 फीसद खर्च बयतुल खुला तामीर पर जरूर करना है। इस मंसूबा के तहत एमएलए को एक करोड़ रुपये मिलते हैं। यानी एमएलए को बयतुल खुला तामीर पर कम से कम 50 लाख रु खर्च करने हैं। एमएलए को एमएलए फ़ंड मंसूबा के तहत दो करोड़ और वजीरे आला तरक़्क़ी मंसूबा के तहत एक करोड़ रुपये मिलते हैं। वजीरे आला तरक़्क़ी मंसूबा के पैसे किन-किन मंसूबों पर खर्च किये जा सकते हैं, इसकी फेहरिस्त भी मंसूबा के ड्राफ्ट में दर्ज है। इसमें बयतुल खुला पर भी खर्च किये जाने का जिक्र है। पर उसमें यह तय नहीं था कि कोई एमएलए बयतुल खुला तामीर पर कितना खर्च कर सकता है। वजीरे आजम के स्वच्छ भारत मुहिम के तहत बयतुल खुला तामीर के ऐलान के बाद इसकी जरूरत महसूस की जाने लगी। इसके बाद देही तरक़्क़ी महकमा ने अहद जारी कर इस सिम्त हिदायत जारी कर दिया है।

कोताही करने वालों पर कार्रवाई

वजीर चंद्र प्रकाश चौधरी ने दुमका की खुशबू के घर में बयतुल खुला नहीं होने पर ख़ुदकुशी कर लेने को गमगीन करने वाली वारदात कहा है। उन्होंने ज़ाती महकमा को हिदायत दिया है कि वह स्वच्छ भारत मुहिम में कोताही बरतने वाले ओहदेदारों पर कार्रवाई करें। बयतुल खुला तामीर में क्वालिटी का भी ख्याल रखने को कहा गया है.