वजीरे आला रघुवर दास हर जिले के डीसी को आफत इंतेजामिया के लिए 25-25 लाख रुपये देने की हिदायत दिया है। अबतक यह रकम पांच लाख रुपये थी। सीएम अपने रिहाइशगाह में आफत इंतेजामिया महकमा की जायजा ले रहे थे। बैठक शुरू होते ही उन्होंने सबसे पहले झारखंड में जलजला की हालत की जानकारी ली।
अफसरों ने कहा कि जलजला से झारखंड में जान-माल की नुकसान नहीं हुई है। सीएम ने बैठक में कहा कि शहरी सेक्युर्टी को आफत इंतेजामिया के साथ जोड़ा जाये। तमाम जिलों में इस के लिए नौजवानों को तरबियत करें। उन्होंने कहा कि रियासत में पानी की कोई मसला नहीं होनी चाहिए, इसके लिये जरूरत के मुताबिक चापानल वगैरह की निज़ाम यकीन दिहानी की जाये। वजीरे आल ने कहा कि साल के पहले पानी के जमा के भी इंतेजाम किये जायें।
रियासत भर के तालाबों के गहरीकरण के साथ-साथ रांची के तीनों डैम का गहरीकरण किया जाये। उन्होंने कहा कि लिफ्ट एरिगेशन के लिए पूरी इंतेजाम की जाये। वजीरे आला ने कहा कि रियासत में वज्रपात एक मसला है, इससे मुतासीर लोगों को फौरन मदद रकम दी जाये। कंप्लेन नंबर यकीन दिहानी हो जिस पर लोग अपनी मसायल दर्ज करा सकें। बैठक में चीफ़ सेक्रेटरी राजीव गौबा के अलावा तमाम ज़ाती महकमा के आला अफसर मौजूद थे।