हर बैंक में बिला सूदी कारोबार के शोबे के क़ियाम की इजाज़त

हैदराबाद 26 जनवरी: मज़हबी अक़ाइद के सबब बैंकिंग निज़ाम से दूर अफ़राद के लिए आरबीआई का ये एलान ख़ुशख़बरी से कम नहीं कि अब बिला सूदी कारोबार किया जा सकता है। इस सिफ़ारिश पर अवामी रद्द-ए-अमल को हासिल किया जा रहा है कि आया मुल्क में एसे कितने अफ़राद-ओ-शहरी हैं जो बैंकों में बिला सूदी बैंकिंग निज़ाम के फ़रोग़ के हक़ में हैं।

कमेटी ने सिफ़ारिश आरबीआई को पेश की और अपनी सिफ़ारिश में इस बात की ज़रूरत पर-ज़ोर दिया कि वो हर बैंक में एक शोबा क़ायम कर सकते हैं जो बिला सूदी कारोबार का हिस्सा होगा। इस सिफ़ारिश पर अवामी रद्द-ए-अमल के लिए सरगर्म इंस्टीटियूट आफ़ इस्लामिक बैंकिंग फाइनैंस ऐंड इंशोरंस के एक वफ़द ने न्यूज़ ऐडीटर सियासत आमिर अली ख़ान से मुलाक़ात की चूँकि इस कमेटी की सिफ़ारिश पर अपना रद्द-ए-अमल और अवामी राय को हासिल करने की तारीख़ 29 जनवरी तक मुक़र्रर की गई थी।

लिहाज़ा वफ़द ने न्यूज़ एडीटर से दरख़ास्त की कि वो इस तहरीक में तआवुन करें। बिला सूदी बैंकिंग निज़ाम की एहमीयत और इफ़ादीयत से वाक़िफ़ आमिर अली ख़ां ने वफ़द का ख़ौरमक़दम किया और उनकी कोशिशों की सताइश करते हुए सियासत की तरफ से भरपूर तआवुन का उन्हें यक़ीन दिलाया।

वफ़द में शामिल मुहम्मद आसिम फ़ारूक़, एम एस शरीफ़ ने बताया कि अब जबकि वक़्त इंतेहाई कम है और एसे मौके पर शऊर बेदारी बहुत ज़रूरी है। उन्होंने बताया कि 12 फ़ीसद मुस्लिम तहफ़्फुज़ात के लिए जिस तरह से अवामी शऊर बेदारी और तहरीक सियासत ने ज़ोर पैदा किया अब इतने कम वक़्त में एसी ही तहरीक की ज़रूरत है जो हरकियाती शख़्सियत आमिर अली ख़ां अंजाम दे सकते हैं।

इंस्टीटियूट आफ़ इस्लामिक बैंकिंग फाइनैंस ऐंड इंशोरंस के वफ़द ने बताया कि आरबीआई ने एक कमेटी क़ायम की थी और इस कमेटी ने सिफ़ारिश पेश की हैकि बिला सूदी कारोबार का निज़ामक़ीदा की बुनियाद पर किया जा सकता है और बड़े कमर्शियल बैंकों में शोबा खोला जा सकता है।

इस के बाद आरबीआई ने अवामी राय हासिल करने के लिए अवाम से दरख़ास्त की है आरबीआई ने अवामी सहूलत के लिए राय बज़रीया ईमेल और पोस्ट के ज़रीया रवाना करने की दरख़ास्त की है। उन्होंने बताया कि 5 सफ़हात पर मुश्तमिल एक रिपोर्ट का मुताला करने के बाद रिपोर्ट पर अपना रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करें।

उन्होंने आरबीआई के इस इक़दाम का ख़ौरमक़दम किया है और बताया कि मज़हबी अक़ाइद की वजह से मौजूदा रिवायती बैंकिंग निज़ाम से राहत होगी और बैंकिंग के इस शोबे में जल्द ही बिला सूदी कारोबार शुरू हो सकेगा जिसके सबब अवाम को काफ़ी राहत मिलेगी। उन्होंने इस सिफ़ारिश को ना सिर्फ अवाम बल्कि मुल्क के हक़ में भी काफ़ी फ़ाइदामंद बताया है। अवाम उस साईट की मदद से 5 सफ़हात पर मौजूदा रिपोर्ट का मुताला कर सकते हैं। https://rbi.org.in/scripts/publicationreportdetails.asp/ और बज़रीया ईमेल उस पते पर अपने ख़्यालात रवाना कर सकते हैं। E-Mail:CHMINCFIDD@RBI.ORG.IN ,: cmpfi@rbi.org.in E-Mail वो जो बिला सूदी बैंकिंग निज़ाम के हक़ में हैं 29 जनवरी से पहले इंतेहाई कसीर तादाद में बिला सूदी बैंकिंग निज़ाम के हक़ में अपना रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करें।