हर महीने चार करोड़ की होती है कैंसर की खरीदारी

रांची 31 मई : सिगरेट और गुटखा के ज़म्नी असरात को जानने के बावजूद इस को इस्तेमाल करनेवाले लोगों की तादाद कम नहीं हो रही है।

शौक से शुरु किया जानेवाला यह नशा बाद में लोगों की मजबूरी बन जाती है। लोग इसके गिरफ्त से दूर जाना भी चाहें, तो भी नहीं जा पाते हैं। सिगरेट और गुटखा हमारे जिंदगी पर गहरा असर छोड़ जाता है।

लोग हर महीने करोड़ों रुपये खर्च कर कैंसर की खरीदारी कर रहे हैं। नौज़वान तंबाकू के नशे के आगोश में तेजी से शामिल हो रहे हैं। कम उम्र में ही नवजवान कैंसर, डिप्रेशन और नाअहली की ज़द में आ रहे हैं। दारुल हुकूमत में तंबाकू, गुटखा और तम्बाकू नोशी का सालाना कारोबार 48 करोड़ से ज्यादा का है।