हलक़ा असेंबली चंदरायनगुट्टा में 16500 बोग्स राय दहनदे

हलक़ा असेंबली चंदरायनगुट्टा में उसे बेशुमार राय दहनदे हैं जिन्हों ने दो से लेकर 6 मुक़ामात पर फ़हरिस्त दहिंदगान में अपने नाम दर्ज करवाए हैं इस बात का इन्किशाफ़ मजलिस बचाव‌ तहरीक के उम्मीदवार बराए हलक़ा चंदरायनगुट्टा डॉ क़ायम ख़ां की तरफ से रियासती चीफ इलेकट्रोल ऑफीसर एस भंवरलाल को पेश करदा तफ़सीली नुमाइंदगी में किया गया है।

क़ायम ख़ां ने अपनी नुमाइंदगी में बताया कि हलक़ा असेंबली चंदरायनगुट्टा में जुमला राय दहनदों की तादाद तक़रीबा 235000 है जिस में से 16500 राय दहनदों के नामों का कई मुक़ामात पर इंदिराज करवाया गया है।

इस तरह उन लोगों ने जम्हूरियत के अहम तरीन चुनाव अमल को जानबूझ कर नुक़्सान पहुंचाने की कोशिश की है। क़ायम ख़ां ने फ़हरिस्त राय दहिंदगान के साथ कई हवाले दीए और बताया कि हलक़ा चंदरायनगुट्टा में मजलिस इत्तेहाद उलमुस्लिमीन ने कैसे बलदी ओहदा दारों की मिली भगत से वोटरों की तादाद में इज़ाफ़ा करवाया ताकि राय दही के मौके पर बोग्स राय दहनदों की ख़िदमात हासिल की जाये।

क़ायम ख़ां ने जिन्हें अपनी कामयाबी का भरपूर यक़ीन है चीफ इलेकट्रोल ऑफीसर को जहां हलक़ा चंदरायनगुट्टा में बोग्स राय दहनदों से मुताल्लिक़ फ़हरिस्त के हवाले दीए वहीं ये भी बताया कि ये मसला सिर्फ़ चंदरायनगुट्टा तक महिदूद नहीं है बल्कि हैदराबाद के तमाम 7 असेंबली हलक़ों में यही तरीका कार अपनाया गया।

उन्होंने इलेकट्रोल ऑफीसर पर वाज़िह किया कि फ़हरिस्त में मुतअद्दिद मुक़ामात परिणामों का इंदिराज ताज़ीराते हिंद की दफ़ा 171D , 1860 और ताज़ीराते हिंद की दफ़ा 171 फ , 1860 की ख़िलाफ़वरज़ी है और इस ख़िलाफ़वरज़ी करने वाले को एक साल कैद या जुर्माना यह फिर कैद-ओ-जुर्माना की सज़ा होसकती है।

क़ायम ख़ां ने इस नुमाइंदगी की नक़ूल इलेक्शन आफ़ इंडिया , एडीशनल चीफ इलेकट्रोल ऑफीसर वि वेनकटश , कलेक्टर ( रिटर्निंग ऑफीसर कमिशनर जी एच्च एम सी ( डी ई ओ ) और रिटर्निंग ऑफीसर चंदरायनगुट्टा को भी रवाना की हैं।