डॉक्टरों की बैनुल अक़वामी ख़ैराती तंज़ीम डॉक्टर्स विद आउट बॉर्डर्स ने तसदीक़ की है कि शाम में दाइश और दीगर मुसल्लह ग्रुपों के दरमयान लड़ाई से मुतास्सिरा एक ख़ानदान के अफ़राद में कीमीयाई असरात पाए गए हैं।
तंज़ीम के एक बयान के मुताबिक़ दो बालिग़, एक तीन साला और पाँच रोज़ा शेर ख़ार बच्ची को शुमाली शाम के सूबे हलब में तंज़ीम के ज़ेरे इंतेज़ाम हस्पताल में ईलाज के लिए लाया गया था।
बयान में बताया गया कि उन्हें हमले के सिर्फ एक घंटे बाद ही तंज़ीम के हस्पताल में मुंतक़िल कर दिया गया था जहां उनका सांस लेने में दुशवारी, जल्दी सूजन और आशूबे चश्म जैसे अमराज़ का ईलाज किया गया।
इस के तीन घंटे बाद उनके जिस्म पर छाले बन गए और उन्हें सांस लेना दूभर हो गया। हस्पताल के अमले ने उन्हें फ़ौरी तौर पर इबतिदाई तिब्बी इमदाद फ़राहम की, जिसके बाद उन्हें एक और हस्पताल में मुंतक़िल कर दिया जहां इस किस्म के ईलाज के ख़ुसूसी सहूलियात मौजूद हैं।