बेरूत, 24 फ़रवरी (ए एफ़ पी) शामी आर्मी की जानिब से हलब पर ज़मीन से ज़मीन पर निशाना लगाने वाले मीज़ाईलों का इस्तेमाल इस शुमाली शहर में पेशक़दमी की सई का हिस्सा है, जिस के कई हिस्से वस्त 2012 से बाग़ी हाथों में पड़ चुके हैं, एक निगरान इदारा ने आज ये बात कही।
अबदुर्रहमान ने ए एफ़ पी को बताया कि आर्मी की तरफ़ से हलब पर ज़मीन से ज़मीन वाले मीज़ाईलों का इस्तेमाल पेशक़दमी की कोशिश का हिस्सा है।