हलब में बाग़ीयों और फ़ौज के दरमियान लड़ाई जारी

बेरूत, 17 फ़रवरी: (ए एफ़ पी) शाम के शुमाली शहर हलब में बैन-उल-अक़वामी हवाई अड्डे और एक फ़ौजी कामप्लेक्स के नज़दीक बाग़ी जंगजूओं और सरकारी फ़ौज के दरमियान लड़ाई का सिलसिला जारी है। लंदन में क़ायम शामी ऑब्ज़र्वेटरी बराए इंसानी हुक़ूक़ के डायरेक्टर रामी अबदुर्रहमान ने बताया है कि सरकारी फ़ौज ने हलब के बैन-उल-अक़वामी हवाई अड्डे और नय्यर अब एयर बेस के नज़दीक जुमा की सुबह गोला बारी की है और फ़ौज इस एयर बेस का दुबारा कंट्रोल हासिल करने के लिए एक बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है। बाग़ीयों ने इस फ़ौजी अड्डे पर गुज़श्ता चहारशंबा को क़ब्ज़ा किया था और लड़ाई में दोनों तरफ़ से 150 हलाकतें हुईं। इन में शामी फ़ौज के सीनीयर अफ़्सर भी शामिल थे।

अबदुर्रहमान का कहना है कि बाग़ी जंगजू अब हलब के हवाई अड्डे के रन वेज़ को तबाह करने और नय्यर अब एयर बेस का कंट्रोल हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। हलब से ताल्लुक़ रखने वाले कारकुनान का कहना है कि जैश अलहर अब शहरों के बजाय हवाई अड्डों पर अपनी तवज्जा मर्कूज़ कर रही है। उन्होंने सूबा हलब ही में गुज़श्ता मंगल को अलजराह हवाई अड्डे पर क़ब्ज़ा कर लिया था और वहां से असलाह की भारी मिक़दार भी उन के हाथ लगी थी। इसके इलावा शामी फ़ौज अब वहां से अपने तय्यारों को उड़ाने और बाग़ी जंगजूओं के ख़िलाफ़ फ़िज़ाई क़ुव्वत के इस्तेमाल के काबिल भी नहीं रही है।

ऑब्ज़र्वेटरी की एक और इत्तिला के मुताबिक़ शामी फ़ौज ने सूबा हलब के क़स्बा ख़ान शीख़ोन पर गोला बारी की है जिसके नतीजे में ग्यारह शहरी मारे गए हैं। दार‍ उल‍ हुकूमत दमिश्क़ के इलाक़े जबर में भी असदी फ़ौज ने बाग़ीयों के ठिकानों पर गोला बारी की है। शाम में जुमेरात को तशद्दुद के वाक़ियात और सरकारी फ़ौज की गोला बारी में 150 से ज़्यादा अफ़राद मारे गए थे।