इंडियन सूनामी अर्ली वार्निंग सेंटर (आई टी ई डब्लयू सी) के ज़ेरे एहतेमाम 26 दिसंबर 2004 को आई हलाकत ख़ेज़ सूनामी की 10 वीं बरसी के मौके पर क़ौमी वर्कशॉप मुनाक़िद किया जा रहा है।
26 दिसंबर 2004 को इस सूनामी के बाइस लाखों अफ़राद हलाक होगए थे। सेंटर ने एक सहाफ़ती बयान में बताया कि शहर में मुनाक़िद होरहे इस वर्कशॉप में सूनामी के मुताल्लिक़ क़बल अज़ वक़्त इंतिबाह जारी करने के लिए टेक्नीकी रोड मयाप पर तवज्जा मर्कूज़ की जाएगी।
इस के अलावा एसे तबाहकुन हालात से निमटने के सिलसिले में बेहतर इक़दामात पर तबादला-ए-ख़्याल होगा। मर्कज़ी वज़ीर साईंस-ओ-टेक्नोलोजी हर्षवर्धन वर्कशॉप का इफ़्तेताह करेंगे। उस वक़्त सूनामी के बारे में क़बल अज़ वक़्त इंतिबाह के लिए जो तरीका-ए-कार इख़तियार किया जा रहा है, वो इंतिहाई असरी है और इस के ज़रीये सूनामी ज़लज़लों के अंदरून 10 ता 20 मिनट पता चलाते हुए फ़ौरी बाख़बर किया जा सकता है।