हलीफ़ों के इज़हार-ए-ख़्याल में कोई ग़लती नहीं : कांग्रेस

अपोज़ीशन और ख़ुद यू पी ए में शामिल सयासी ( राजनीतिक) पार्टीयों के पेट्रोल की क़ीमतों में इज़ाफ़ा के ख़िलाफ़ एहतिजाज (प्रदर्शन) से परेशान कांग्रेस ने आज ज़बरदस्ती जरा॔तमनदी ज़ाहिर करते हुए कहा कि हलीफ़ (दोस्त/ मित्र) सयासी पार्टीयों की जानिब से इस मसला (समस्या) पर अपने अंदेशों के इज़हार में कोई ग़लती नहीं है।

पार्टी के तर्जुमान (प्रवक़्ता) मनीष तीवारी ने निशानदेही की कि क़ीमतों में तरमीम (तब्दीली) आइन्दा चंद दिन में मुम्किन है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि जज़बात का एहतेराम किया जाएगा। हम कल ही कह चुके है कि अगर हुकूमत आम आदमी पर बोझ आइद करने का कोई इक़दाम ( कार्यनिष्पादन) करती है चाहे वो ज़रूरी ही क्यों ना हो तो हम इसका भरपूर एहसास रखते हैं।

वो प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब (संबोधन) कर रहे थे। उन्हों ने कहा कि मर्कज़ी हुकूमत (केंद्र सरकार), रियास्ती हुकूमतों (राज्य सरकारों) तेल कंपनीयों की जानिब से पहल पर बाअज़ (कुछ) दीगर (दूसरे) फ़ैसले किए जा सकते हैं।