हवेली पुरानी सजाने लगे हैं

बडनबी लिपस्टिक लगाने लगे हैं
सभी बुड्ढे , सीटी बजाने लगे हैं

इधर देखो नानी भी पौडर लगा को
हवेली पुरानी सजाने लगे हैं

वो बिन दावती जाको बिरयानी ख़ारें
बगैर जाली लट्टू घुमाने लगे हैं

मेरे सारे साले पहलवान बन गए
मुझे ख़्वाबों में भी डराने लगे हैं

वो सत्तर के होगए हवा सब निकल गई
मगर ढोल फुट्टा बजाने लगे हैं

उनूं कार्पोरेटर बलदिया के बने हैं
सुना है करोड़ों कमाने लगे हैं

कभी माँ की ख़िदमत तो करते नहीं पर
वो बेगम के पावां दबाने लगे हैं

वो पिक्चर को आने का झांसा दिखा कर
क्रीटिकल को उल्लु बनाने लगे हैं