हुज़ूर निज़ाम नवाब मीर उसमान अली ख़ांन बहादुर के बारे में चंद तंग ज़हन और मुस्लिम हुकमरानों के कारनामों से हसद में मुबतला अनासिर वक्फा-वक्फा से बकवास करते हैं लेकिन उन्हें मालूम होना चाहीए कि रियासत में कई एक आबपाशी प्रोजेक्ट , डेम्स, तालीमी इदारे , हॉस्पिटल वगैरह आसिफ़जाही दौर हुक्मरानी की देन है ।
ऐसी ही इमारतों में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट की इमारत भी शामिल है । 15 अप्रैल 1915 को आसिफ़ साबह नवाब मीर उसमान अली ख़ांन ने इस ग़ैर मामूली इमारत का संग बुनियाद रखा था और उस की तामीर 31 मार्च 1919 में पाया तकमील को पहूँची और 20 अप्रैल 1920 को हुज़ूर निज़ाम नवाब मीर उसमान अली ख़ांन बहादुर बा नफ्स नफीस इस का इफ़्तिताह अंजाम दिया ।
उस वक़्त हाईकोर्ट की इमारत की तामीर पर 28 लाख रुपये के मसारिफ़ आए थे । अदालत आलिया में 20 कोर्ट हाल और 24 चैंबर्स हैं । दूसरी बात ये है कि ए पी हाईकोर्ट के बाबुल दाखिला के ऊपर दो फ़ुट की एक तस्वीर है जिस में एक ख़ुसूसी मज़हब को उजागर किया गया है ।
ज़रूरत इस बात की है कि तमाम मज़ाहिब की तसावीर वहां निस्ब की जाए एक ही मज़हब की तस्वीर से ग़लत पयाम मिल रहा है।