हादिसा पर गंदी सियासत करना मुनासिब नहीं : अखिलेश यादव

इलाहाबाद, 13 फ़रवरी: ( पी टी आई) उत्तर प्रदेश के वज़ीर-ए-आला अखिलेश यादव इस बात पर बेहद ब्रहम नज़र आ रहे हैं जहां उन्होंने इलाहाबाद स्टेशन पर हुई भगदड़ के दिलख़राश हादिसा की अपोज़ीशन की जानिब से रियासती इंतेज़ामीया को नाकामी का ज़िम्मेदार ठहराया गया है ।

उन्हों ने कहा कि अगर कोई दिलख़राश हादिसा पेश आता है तो उस वक़्त हमें गंदी सियासत करने की ज़रूरत नहीं है । इंसानी जान से बढ़ कर कोई चीज़ नहीं है । मिस्टर यादव ने कहा कि भगदड़ का वाक़िया बेशक बदबख्ताना है लेकिन हमें कुंभ मैले की एहमीयत से भी इनकार नहीं करना चाहीए जो सिर्फ़ यू पी में नहीं बल्कि मुल्क गीर और आलमगीर सतह पर मक़बूल है ।

स्वरूप रानी नहरू हॉस्पिटल के बाहर अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए उन्हों ने कहा कि जब कोई हादिसा रौनुमा होता है तो वो सिर्फ़ हादिसा होता है इसके पसेपुश्त सयासी मुहर्रिकात को ढूंढना अच्छी बात नहीं है । मज़कूरा हॉस्पिटल में ज़ख़मी हो जाने वालों का ईलाज जारी है जहां अखिलेश यादव इन ज़ख़मीयों से मुलाक़ात के लिए पहुंचे थे ।

याद रहे कि हादिसा के वक़्त अखिलेश यादव इलाहाबाद में मौजूद नहीं थे और उनके ग़ैर हाज़िरी पर उन्हें मीडीया ने तन्क़ीदों का निशाना बनाया था जिसका जवाब देते हुए यादव ने कहा कि लोग तो कुछ ना कुछ कहते रहते हैं हालाँकि मैंने अपनी काबीना के दो वुज़रा को फ़ौरी तौर पर सूरत-ए-हाल का जायज़ा लेने केलिए इलाहाबाद रवाना किया था जबकि वो खुद शख्सी वजूहात की बुनियाद पर उस वक़्त कहीं और थे ।

वज़ीर रेलवे पवन कुमार बंसल के इस बयान पर जहां उन्होंने कहा था कि रियासती इंतिज़ामीया के पास भीड़ भाड़ कंट्रोल करने के लिए कोई मेकानिज़म नहीं था और वो इस महाज़ पर मुकम्मल तौर पर नाकाम हो गई है ।

अखिलेश यादव ने कहा कि वो मिस्टर बंसल के बयान पर कोई तब्सिरा करना नहीं चाहते क्योंकि वो ( बंसल) ऐसे बयानात दे कर गंदी सियासत कर रहे हैं। उन्होंने ज़िला इंतेज़ामीया के ओहदेदारों को भी ये कह कर क्लीन चिट दी कि हादिसा के बाद राहत कारी इक्दामात शुरू कर दिए गए थे ।

अलबत्ता सड़कों पर बहुत ज़्यादा भीड़ भाड़ की वजह से एम्बूलेंस की आमद में ताख़ीर हुई ।