ख़िदमते ख़ल्क़ सब से बड़ी इबादत है और इस में इंसान को बहुत बड़ा सुकून मिलता है। उदास चेहरों पर ख़ुशी बिखेरने का काम वही लोग करते हैं, जिन्हें अल्लाह ताला इस तरह के नेक कामों के लिए मुंतख़िब कर लेता है। इदारा सियासत और एडीटर सियासत जनाब ज़ाहिद अली ख़ान बिला लिहाज़ मज़हब और मिल्लत रंग और नस्ल और ज़ात-पात ज़रूरतमंद इंसानों की ख़िदमत में मसरूफ़ हैं।
और इस फ़लाही कामों में क़ारईन सियासत का भरपूर तआवुन हासिल है जिस के नतीजे में हाथों से महरूम अफ़राद को मस्नूई हाथ, पैरों से महरूम मर्द और ख़्वातीन को मस्नूई पैर नस्ब किए गए जब कि मुख़्तलिफ़ बीमारियों बाशमोल कैंसर, इप्लास्टिक, इनीमा जैसी बीमारियों में मुबतला बच्चों के ईलाज और मुआलिजा के इंतेज़ामात किए गए।
ऐसी ही माली मदद कल सियासत के महबूब हुसैन जिगर हॉल में क़ौमी यकजहती के फ़रोग़ के लिए मुनाक़िदा सदभावना संदेश प्रोग्राम के मौक़ा पर एक लेडी डॉक्टर इफ़त फ़ातिमा को की गई। अत्तापूर में साल 2010 के दौरान पेश आए ट्रैफिक हादिसा में डॉक्टर इफ़त फ़ातिमा जो स्कूटी पर जा रही थीं शदीद ज़ख़्मी हुईं और जिस्म में ज़हर फैल जाने के ख़दशा के तहत इन का एक पैर जिस्म से अलाहिदा कर दिया गया इसी तरह कुछ अर्सा बाद दूसरा पाँव भी काट दिया गया।
इस सानिहा के बावजूद डॉक्टर इफ़त फ़ातिमा ने हिम्मत नहीं हारी बल्कि सेहतयाब होने के बाद बीमारों का ईलाज शुरू कर दिया और फ़िलवक़्त वो साबिर नगर झिर्रा में अपने घर में क्लीनिक चलाती हैं जब कि एक नर्सिंग होम में ख़िदमात भी अंजाम देती हैं। डॉक्टर इफ़त फ़ातिमा के बारे में कुछ अर्सा क़ब्ल सियासत में एक रिपोर्ट शाय हुई थी जिस का हौसला अफ़्ज़ा रद्दे अमल हासिल हुआ और कल क़ौमी यकजहती को फ़रोग़ देने की ख़ातिर मुनाक़िदा तक़रीब में गवर्नर उत्तराखन्ड जनाब अज़ीज़ कुरैशी के हाथों उन्हें मिल्लत फ़ंड से एक लाख रुपये का चेक्स पेश किया गया।
जिसे जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने मुहम्मद अब्दुल हफ़ीज़ के हवाले कर दिया। उम्मीद है कि वो इस रक़म से अपना क़र्ज़ अदा करेगा। बहरहाल डॉक्टर इफ़त फ़ातिमा की मदद के ख़ाहां अफ़राद सियासत मिल्लत फ़ंड में अतियात जमा करवा सकते हैं।