हाफ़िज़ सईद के ख़िलाफ़ ठोस सबूत फ़राहम नहीं किया गया पाकिस्तान

पाकिस्तान ने आज वज़ीर ख़ारिजा मिस्टर एस एम कृष्णा के इस रिमार्क की तरदीद की कि हिंदूस्तान ने पाकिस्तान को मुंबई हमलों में हाफ़िज़ सैयद के मुलव्वस होने का मुनासिब सबूत फ़राहम कर दिया गया है । पाकिस्तान ने आज कहा कि लश्कर-ए-तयबा के सरबराह के ख़िलाफ़ ठोस सबूत मिलने के बाद ही कार्रवाई की जा सक़ती है ।

बैंगलोर में मिस्टर कृष्णा की जानिब से किए गए रिमार्कस पर रद्द-ए-अमल का इज़हार करते हुए पाकिस्तान के दफ़्तार-ए-ख़ारजा ने कहा कि हाफ़िज़ सईद के ख़िलाफ़ हिंदूस्तान ने कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया है । दफ़्तार-ए-ख़ारजा ने कहा कि हाफ़िज़ सईद के ख़िलाफ़ कार्रवाई ठोस सबूत की बुनियाद पर ही की जा सकती है ।

तर्जुमान अबदुल बासित ने पी टी आई से बात चीत करते हुए कहा कि हिंदूस्तान ने कोई ठोस और काबिल अमल सबूत फ़राहम नहीं किया है । मुंबई हमलों की तहकीकात के अपने तजुर्बा से हिंदूस्तान ख़ुद अच्छी तरह जानता है कि सुनी सुनाई बातें ठोस सबूत का मुतबादिल नहीं हो सकतीं। उन्होंने कहा कि अदालती अमल में सिर्फ ठोस सबूत की अहमियत होती है ।

क़बल अज़ीं वज़ीर ख़ारिजा मिस्टर एस एम कृष्णा ने बैंगलोर में सहाफ़ीयों से बात चीत करते हुए कहा था कि वज़ीर दाख़िला मिस्टर पी चिदम़्बरम ने पाकिस्तानी हुकूमत को जो इत्तिलाआत पहुँचाई हैं इन में हाफ़िज़ सईद के मुंबई हमलों में मुलव्वस रहने और इनके रोल के ताल्लुक़ से तफ़सीलात शामिल हैं।

मिस्टर कृष्णा ने कहा कि पाकिस्तान चाहे कितनी भी तरदीद क्यों ना कर ले जब सारे मुआमला की अदालती तहकीकात करवाई जाएं तब ही असल ज़िम्मेदारों का पता चलाया जा सकता है । मिस्टर कृष्णा से वज़ीर आज़म पाकिस्तान मिस्टर यूसुफ़ रज़ा गीलानी के इस रिमार्क पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करने को कहा गया था जिस में उन्हों ने कहा था कि हाफ़िज़ सईद का मुआमला पाकिस्तान का दाख़िली मसला है और अगर इनके ख़िलाफ़ कोई ठोस और वाज़िह सबूत मौजूद है तो उसे पाकिस्तान के हवाले किया जाना चाहीए ।

इस सवाल पर कि आया हाफ़िज़ सईद के मसला पर मनमोहन सिंह और ज़रदारी की एतवार को होने वाली मुलाक़ात में तबादला ख़्याल किया जाएगा मिस्टर कृष्णा ने कहा कि तमाम बाहमी मसाइल पर इम्कान है कि इस मुलाक़ात में तबादला ख़्याल किया जा सकता है । उन्होंने कहा कि चूँकि मिस्टर ज़रदारी का ये दौरा ख़ानगी नवीत का है और वो अजमेर शरीफ भी जाना चाहते हैं ऐसे में वो समझते हैं कि इनके पास ज़्यादा तफ्सीली तबादला ख़्याल का वक़्त नहीं रहेगा।

उन्होंने कहा कि दोनों मुल्कों के माबेन गुज़शता दो साल में ताल्लुक़ात में बेहतरी पैदा हुई है हालाँकि अभी कई मसाएल ऐसे हैं जिन्हें हल करना बाक़ी है । हाफ़िज़ सईद के ताल्लुक़ से दोनों मुल्कों के माबेन इख्तेलाफ़ राय पाकिस्तान के सदर मिस्टर आसिफ़ अली ज़रदारी के एतवार को होने वाले एक रोज़ा दौरा हिंद से दो दिन पहले ही सामने आया है ।