हामिद अंसारी को हिंद -चीन तिजारती अदम तवाज़ुन पर तशवीश

ज़हीर उद्दीन अली ख़ां की रिपोर्ट:

नायब सदर जम्हूरिया हिंद मुहम्मद हामिद अंसारी ने हिन्दुस्तान और चीन के दरमियान तिजारती अदम तवाज़ुन पर ईज़हार-ए-तशवीश करते हुए कहा कि दोनों हुकूमतें इस मामले पर तवज्जे मर्कूज़ किए हुए हैं।

नायब सदर ने कहा कि वो चीन के दौरे को एक ठोस पेशरफ़त समझते हैं। उन्होंने कहा कि ये हमारे लिए भी फ़िक्रमंदी की वजह है कि जहां तिजारत में इज़ाफ़ा होरहा है वहीं तिजारती अदम तवाज़ुन में कमी नहीं वाक़्य होरही है।

दोनों हुकूमतें इस मामले पर तवज्जे मर्कूज़ किए हुए हैं वो प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब कररहे थे मुहम्मद हामिद अंसारी ने निशानदेही की कि हिन्दुस्तान और चीन के दरमियान बाहमी तिजारत तक़रीबन सर-ए-फ़हरिस्त है ।

बाहमी तिजारत में 2011 में 75 अरब अमरीकी डॉलर से गुज़िशता साल कमी होकर ये 65 अरब ,5 करोड़ अमरीकी डॉलर मालियती होगई जबकि हिन्दुस्तानी बरामदात मुसलसल इन्हितात पज़ीर हैं।

ओहदेदारों के बमूजब गुज़िशता चंद साल के दौरान तिजारती ख़सारा तक़रीबन 35 अरब अमरीकी डॉलर है। दोनों ममालिक में आइन्दा साल 100 अरब अमरीकी डॉलर मालियती तिजारत का निशाना मुक़र्रर किया है ।

सरकारी ओहदेदारों का ख़्याल है कि ये एक मुश्किल काम होगा। हामिद अंसारी ने कहा कि दोनों हुकूमतें तिजारती ताल्लुक़ात में इज़ाफ़ा करने की कोशिश कररही है।

मर्कज़ी वज़ीर निर्मला सीता रामन ने जारीया हफ़्ता चीन के वज़ीर-ए-सनअत-ओ-तिजारत से मुलाक़ात की थी और उन से इस मौज़ू पर तबादले ख़्याल किया था।

निर्मला सीता रामन भी मुहम्मद हामिद अंसारी के हमराह दौरा चीन पर हैं और पंचशील मुआहिदा की 60 वीं सालगिरा तक़ारीब में भी शिरकत करेंगी जो बीजिंग में 28 और 29 जून को मनाई जा रही है इस सवाल पर कि क्या चीनी फ़ौजीयों की बार बार दर अंदाज़ी पर भी नायब सदर चीन ली यवान चा से बातचीत के दौरान तबादला-ए-ख़्याल होगा।

हामिद अंसारी ने कहा कि हम बातचीत के बारे में कोई पेश क़ियासी नहीं कर सकते इस सवाल पर कि क्या पंचशील के उसूल आज भी कारआमद है नायब सदर ने कहा कि इन उसूलों की बुनियाद आलमी इक़दार पर है। उन्हों ने कहा कि ऊसोल बेमिसाल और बेऐब हैं।

पूरी ग़ैर जांबदार तहरीक और अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के कसीर तादाद में अरकान इस में अपना हिस्सा अदा करचुके हैं। उन्होंने कहा कि बैन एलम़्मा लक ताल्लुक़ात में उनकी ऊसोलों पर अमल किया जाता है।