यूपीए के उमिदवा(प्रत्याशी) हामिद अंसारी एक बार फिर देश के नाइब सदर (उपराष्ट्रपति) चुन लिए गए हैं। उन्होंने 490 वोट हासिल कर एनडीए उमीदवार (प्रत्याशी) जसवंत सिंह को 252 वोटों के अंतर से हराया।
नाइब सदर (उपराष्ट्रपति) पद के लिए दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हामिद अंसारी को यूपीए और इसके हलीफों (सहयोगियों) के अलावा लेफ्ट पार्टियों का भी समर्थन हासिल था।
नाइब सदर (उपराष्ट्रपति) चुनाव के लिए मतदान मंगलवार सुबह 10 बजे शुरू हुआ। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी मतदान करने के लिए एक साथ पहुंचे। बीजेपी के सिनयर (वरिष्ठ) नेता लालकृष्ण आडवाणी और लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने भी मतदान किया।
शुरुआती मतदाताओं में कांग्रेस की प्रिया दत्त, अभिषेक मनु सिंघवी और केन्द्रीय मंत्री वी. नारायणसामी प्रमुख थे। देश के 14वें नाइब सदर (उपराष्ट्रपति) के निर्वाचन में लोकसभा और राज्यसभा के कुल 788 सांसद मतदान के लिए योग्य थे।
पहले से ही माना जा रहा था कि 75 वर्षीय अंसारी को तकरीबन 500 वोट मिलेंगे । लोकसभा में कांग्रेस के 204 और राज्यसभा में 71 अरकान (सदस्य) हैं। यूपीए के घटक तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा में 19 सांसद हैं जबकि राज्यसभा में 9 सांसद हैं, डीएमके के लोकसभा में 18 और राज्यसभा में 7 अरकान (सदस्य) हैं, एनसीपी के लोकसभा में 9 और राज्यसभा में 7 अरकान (सदस्य) हैं। आरएलडी के लोकसभा में 5 अरकान (सदस्य) हैं । नैशनल कॉन्फ्रेंस के लोकसभा में 3 और राज्यसभा में दो अरकान (सदस्य) हैं ।
इसके अलावा लोकसभा में एसपी के 22 अरकान (सदस्य) और राज्यसभा में 9 अरकान (सदस्य) हैं। बीएसपी के लोकसभा में 21 अरकान (सदस्य) और राज्यसभा में 15 अरकान (सदस्य) हैं ।
शुरुआती दो घंटे के अंदर मतदान करने वालों में एनडीए उम्मीदवार जसवंत सिंह भी शामिल थे। जसवंत सिंह को एनडीए के सभी दलों का समर्थन हासिल था हालांकि राष्ट्रपति चुनाव में जेडीयू और शिवसेना ने प्रणव मुखर्जी का समर्थन किया था।
लोकसभा में बीजेपी के 114 अरकान (सदस्य) हैं और राज्यसभा में 49 अरकान (सदस्य) हैं । जेडीयू के लोकसभा में 20 और राज्यसभा में 9, शिवसेना के 11 और 4 और शिरोमणि अकाली दल के चार और तीन अरकान (सदस्य) क्रमश: लोकसभा और राज्यसभा में हैं। इनके अलावा अन्नाद्रमुक ने भी जसवंत सिंह के समर्थन की घोषणा की है उसके 14 अरकान (सदस्य) हैं। बीजेडी ने मतदान से अलग रहने का फैसला (निर्णय) किया था।