हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवाणी और अलपेश ठाकुर पर केस दर्ज, जानिए, पुरा मामला!

राधनपुर विधायक अल्पेश ठाकोर, वडगाव विधायक जिग्नेश मेवाणी और पाटीदार नेता हार्दिक पटेल सहित १५ से २० लोगों पर आदिवाडा गांव के पास रहने वाली कंचनबा झाला (५५) ने जबरन घर में घुसने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। इसमें उनकी बदनामी करने, उनकी पुत्रवधुओं के साथ हाथापाई करने और उनके साथ अभद्रता से व्यवहार करने का भी आरोप लगाया है।

साथ ही उनके घर से जो दो थैली देशी शराब की बरामद होने का दावा करते हुए मीडिया में इन नेताओं की ओर से दिखाया गया। वह थैलियां इन नेताओं के आने से कुछ देर पहले ही उनके घर में घुसा प्रविण भरवाड़ नाम का युवक लेकर आया था।

कंचनबेन की शिकायत पर सेक्टर-21 पुलिस ने दोनों विधायकों, हार्दिक पटेल सहित १५ से २० लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है।
सोला इलाके में शराब पीने के बाद बाद बिगड़ी चार लोगों की तबियत जानने के बाद गुरुवार सुबह विधायक अल्पेश ठाकोर, जिग्नेश मेवाणी और पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने गांधीनगर में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समीप स्थित कंचनबा के घर में जनता रेड की थी।

घर से देशी शराब की दो थैली (४०० एमएल) शराब मिलने का दावा करते हुए यहां शराब बेची जाती होने का दावा किया था। तपेथी में दो देशी शराब की थैलियां भी दिखाई थीं। हालांकि इन दो देशी शराब की थैलियों के अलावा और कोई सामान या शराब घर से नहीं मिली। इतना ही नहीं इस दौरान भी महिला ने यह थैली कुछ देर पहले ही एक व्यक्ति उनके घर लेकर घुसा होने का दावा किया था।

इस दौरान महिला के घर वह, उसकी पुत्री और दो पुत्रवधू ही थीं। कोई पुरुष नहीं था। महिला ने उसे शराब बिक्री के केस में फंसाने के इरादे से ऐसा किया होने का आरोप लगाया है। कंचनबा के पुत्र मोहब्बत सिंह ने कहा कि उनके पिता सालों पहले शराब बेचने का धंधा करते थे।

लेकिन उनकी मौत होने के बाद से सालों से उनका परिवार से इससेकोई लेना देना नहीं है। बड़े भाई की पान की दुकान है। वह मजदूरी करते हैं।
तीनों नेता बोले-अपनी इज्जत बचाने को एफआईआर
हार्दिक पटेल, अल्पेश और जिग्नेश तीनों ही नेताओं ने उनके ऊपर दर्ज हुए जबरन घर में घुसने के मामले में सरकार और पुलिस पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि सरकार और पुलिस ने अपनी इज्जत बचाने के लिए और शराब का धंधा नहीं हो रहा है यह साबित कर दिया और शराब का धंधा करने वालों से ही हम पर एफआईआर दर्ज करवा दी। पुलिस का काम जनता ने किया वही गुनाह।

तीनों ही नेताओं ने शाम को डीएसपी कार्यालय पहुंचकर अपनी गिरफ्तारी देने की घोषणा की। इसे देखते हुए डीएसपी कार्यालय पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।

गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जाड़ेजा ने बताया कि इस मामले में गांधीनगर पुलिस सच क्या है उसकी जांच की जा रही है। सरकार व पुलिस पर लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं।

सरकार शराब की अवैध बिक्री और हेराफेरी पर लगाम लगाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए कानून को और कड़ा किया गया है। वाहन जब्त किए जा रहे हैं। आरोपी पकड़े जा रहे हैं।