हावड़ा-गया एक्सप्रेस में लाखों का डाका, दो जख्मी

हावड़ा-गया एक्सप्रेस (अप 13023) में इतवार की सुबह तीन पहाड़ व कल्याणचक रेलवे स्टेशन के दरमियान डाका पड़ा। मुसाफिरों के मुताबिक मुजरिमों ने ट्रेन के एसी कोच से बिल्कुल सटे जेनरल डब्बे (1340) में करीब 18-20 मिनट तक लूटपाट करने के बाद वैक्यूम कर आराम से चलते बने। डब्बे में सफर कर रहे मवेशी कारोबारी, डॉक्टर, सब्जी बेचने वाले समेत दीगर मुसाफिर मुजरिमों के शिकार बने हैं।

मुजरिमों की पिटाई से जख्मी हुए साहिबगंज के डॉ. कामेश्वर प्रसाद पांडेय ने बताया कि तीनपहाड़ से ट्रेन खुलने के 5-7 मिनट बाद ही ट्रेन को वैक्यूम कर रोक दिया गया। ट्रेन रूकते ही तीन मुजरिम डब्बे में सवार हो गए। ट्रेन में सीट नहीं मिलने से वे डब्बे के गेट के पास ब्रीफकेस रखकर उसपर बैठे थे। इनमें से एक मुजरिम के हाथ में देशी कट्टा था। मुजरिमों ने दहशत पैदा करने के लिए पहले उनके साथ मारपीट कर डब्बे के अंदर जाने की हिदायत देते हुए अंदर घुसते ही दरवाजे को भीतर से लॉक कर दिया।

उधर, ट्रेन वैक्यूम होने के खदसा पर बगल के डब्बे में दीगर पुलिस मुलजिम के साथ एस्कॉर्ट कर रहे रेल पुलिस के दल के जवान अशोक कुमार शर्मा ने जब ट्रेन के दरवाजे से झांका तो देखा कि बगल के डब्बे में कुछ मुजतबा क़िस्म के लोग घुस रहे हैं। यह देख वह जैसे ही बगल के डब्बे में घुसे उसमें सवार हुए मुजरिमों ने उनपर देशी कट्टा तानते हुए गोली चला दी। लेकिन गोली नहीं चली और वह बाल-बाल बच गए।

मुजरिमों ने तकरीबन आधे दर्जन मुसाफिरों से लाखों रुपए छिन लिए। वहीं वारदात को अंजाम देने के बाद तमाम मुजरिम दोबारा ट्रेन का वैक्यूम काट कर अंधेरे में फरार हो गए। इस दरमियान रेल पुलिस इंस्पेक्टर सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने बताया कि जख्मी डॉ. कामेश्वर प्रसाद पांडेय के बयान पर लूट की सनाह दर्ज कर वाकिया के आसपास के इलाके में सरगर्म मुजरिमों का हिस्टरी खंगाला जा रहा है। जल्द ही मामले का इंकिशाफ कर दिया जाएगा।