उत्तर प्रदेश: लखनऊ में शिया बोर्ड की बैठक में सुप्रीम कोर्ट में तीन बार तलाक कहने को लेकर चल रहे विवाद पर अखिल भारतीय शिया पर्सनल लॉ बोर्ड का कहना है कि वे सुन्नी समुदाय को इस बारे में समझाएंगे। तीन तलाक महिलाओं के अधिकारों के खिलाफ है और तलाक का बोझ हमेशा महिलाएं क्यों सहती रहें।
उन्होंने कहा है कि वह सरकार से इस मामले में बात करेंगे कि जिस तरह हिंदुओं में सती प्रथा को खत्म किया गया उसी तरह से तीन तलाक पर भी बैन लगाया जाए जबकि इस मामले में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड इसके इसका विरोध कर रहा है। उनके मुताबिक तीन तलाक पर सरकार या कोर्ट का दखल देना सही नहीं है।
शिया बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास का कहना है कि जब इस्लाम में महिला और पुरुष को एक समान बताया गया है तो महिलाओं के खिलाफ भेदभाव कैसे सही हो सकता है। उन्होंने कहा कि हम सुन्नी भाइयों से विनती करेंगे कि वे इस बारे में दोबारा विचार करें।