अमरीका अदवियात की दरआमद में हिंदुस्तानी कंपनीयों को निशाना नहीं बना रहा है लेकिन वो अमरीका में दरआमद की जाने वाली तमाम अदवियात को अपनी जानिब से मुक़र्ररा म्यार के ज़वाबत की पाबंदी के ख़िलाफ़ बनाने पर कारबन्द है। इन ख़्यालात का इज़हार अमरीका के इदारा बराए ख़ुराक और अदवियात के इंतेज़ामीया ने किया है।
दरीं अस्ना अमरीकी इदारा बराए ख़ुराक और अदवियात की कमिशनर मारग्रेट हिमबर्ग ने यहां एक कान्फ़्रैंस काल के ज़रीए मीडिया नुमाइंदों को आगाह किया कि अदवियात की दरआमदात के बारे में हिंदुस्तानी कंपनीयों को निशाना नहीं बना रहे हैं बल्कि हम सिर्फ़ हमारे म्यार के लिए मुक़र्ररा ज़वाबत को यक़ीनी बनाने के लिए सख़्त शराइत का इतलाक़ कर रहे हैं।
मारग्रेट ने मज़ीद कहा कि अमरीका इदारा बराए ख़ुराक और अदवियात इस मंसूबा पर भी काम कर रहा है जिस के तहत हिंदुस्तान में मौजूद उस के अमला की तादाद 12 में इज़ाफ़ा करते हुए उसे 19 कर दिया जाए क्योंकि हिंदुस्तान वो मुल्क जिस की अमरीका की नज़र में ख़ुसूसन ग़िज़ा और अदवियात में काफ़ी अहमीयत है।