हिंदुस्तानी टीम पर जीतने का दबाव

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप के सुपर-8 मुकाबले में 32 गेंद बाकी रहते मिली नौ विकेट से करारी शिकस्त भारत के लिए किसी बुरे खाब के बराबर थी। इस मैच में हिंदुस्तानी टीम हर मोर्चे पर नाकाम साबित हुई। हिंदुस्तानी बल्लेबाज विकेट पर टिककर बड़ा स्कोर बनाने का दम नहीं दिखा सके जबकि गेंदबाजों में विकेट लेने की काबिलियत नहीं दिखी।

हिंदुस्तानी टीम की फील्डिंग भी खराब रही। इस मैच में मिली शर्मनाक हार से हिंदुस्तानी टीम के लिए सेमीफाइनल की राह बेहद मुश्किल हो गई है। सेमीफाइनल की होड़ में बने रहने के लिए भारत को अब एतवार को होने वाले महामुकाबले में पाकिस्तान और उसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज करनी होगी।

पाकिस्तान के खिलाफ फतह हासिल करने के लिए टीम को सुधार करने की जरूरत है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत ने ओपनर वीरेंद्र सहवाग को बैठाकर पांच अहम गेंदबाजों को खिलाने की रणनीति अपनाई थी। लेकिन हिंदुस्तानी टीम निज़ाम की यह हिकमत अमली ( रणनीति) बुरी तरह फ्लाप रही। मुमकिन है कि अब कप्तान धोनी पाकिस्तान के खिलाफ पुरानी हिकमत अमली पर अमल करते हुए सात बल्लेबाजों को मैदान में उतारेंगे।

ऐसे में सहवाग की आखिरी वंडे में वापसी तय मानी जा रही है जबकि तीन स्पिनरों हरभजन सिंह, पीयूष चावला और आर अश्विन में से किसी एक को बाहर बैठना पड़ेगा। हालांकि रिकार्ड पर गौर करें तो भारत अभी तक टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ कभी शिकस्त नहीं हुआ । दोनों टीमों के बीच अभी तक कुल दो मुकाबले हुए हैं और दोनों में हिंदुस्तानी टीम जीती है।

दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिली शानदार जीत के बाद पाकिस्तान टीम के हौसले काफी बुलंद होंगे। पाकिस्तान ने वार्म-अप मैच में भारत को हराया था। इस लिहाज से पाकिस्तान वर्ल्ड कप में हिंदुस्तानी टीम के खिलाफ खाता खोलने को बेकरार होगी। पाकिस्तान की नजर इस मैच को जीतकर सेमीफाइनल में जगह पक्की करने पर भी होगी।