एक 25 साला हिंदुस्तानी तालिबे इल्म जो यहां की एक बावक़ार यूनीवर्सिटी में ज़ेरे तालीम था, उसे 2013 में अपने एक दोस्त के क़त्ल का मुजरिम क़रार दिया गया है जो उस ने सिर्फ़ इस बुनियाद पर किया था कि उस की गर्ल फ्रेंड उस के दोस्त के साथ मुहब्बत की पींगें बढ़ाते हुए उस के साथ धोका कर रही है।
अगर जुर्म साबित हो गया तो राहुल गुप्ता नामी तालिबे इल्म को सज़ाए उम्र कैद हो सकती है। मैरीलैंड की एक अदालत में ग्यारह दिनों तक मुक़द्दमा चलने के बाद गुप्ता को क़सूरवार ठहराया गया।
इबतिदाई ब्यान में उस ने पुलिस से कहा था कि उस ने अपने 23 साला दोस्त मार्कवा को इस बुनियाद पर क़त्ल किया क्युंकि उसे शुबा था कि उस की (गुप्ता) गर्ल फ्रेंड उसे धोका देते हुए मार्क के साथ क़ुरबत बढ़ा रही है।
जॉर्ज वाशिंगटन यूनीवर्सिटी में ग्रैजुएशन के तालिबे इल्म गुप्ता ने बादअज़ां इस क़त्ल का इल्ज़ाम ये कहकर अपनी गर्ल फ्रेंड के सर मंढना चाहा कि उस ने असली क़ातिल यानी अपनी गर्ल फ्रेंड को बचाने के लिए पुलिस से झूट कहा था।
फ़र्दे जुर्म के मुताबिक़ गुप्ता, उस की गर्ल फ्रेंड, मक़्तूल मार्क और एक दीगर दोस्त ने गुप्ता के अपार्टमेंट में उस की सालगिरा मनाने के लिए ख़ूब शराबनोशी की थी और पार्टी के बाद सुबह की अव्वलीन साअतों में गर्ल फ्रेंड टेलर गौड ने देखा कि मार्क ख़ून में लत पत पड़ा है। इस मुक़द्दमा का क़तई फैसला (मुल्ज़िम की सज़ा) 16 अप्रैल को सुनाया जाएगा।