हिंदुस्तानी बीड़ी पर अमेरिकी बैन

हिंदुस्तानी बीड़ी के अमेरिकी शौकीनों के लिए बुरी ख़बर है , अमेरिकी हेल्थ एजेंसी एफडीए ने एक हिंदुस्तानी कंपनी की बीड़ियों की फरोख्त पर बैन लगा दिया है | तेंदू के पत्तों में तंबाकू भर हाथ से गोल करके बनाई जाने वाली बीड़ियां कई फ्लेवरों में आती हैं | अमेरिकी ओहदेदारों के मुताबिक बीड़ी में निकोटीन, टार और कार्बन मोनो ऑक्साइड की मिक्दार सिगरेट से कहीं ज्यादा है |

जश इंटरनेश्नल नाम की इंडियन कंपनी की चार तरह की बीड़ियों पर अमेरिकी सरकारी एजेंसी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने पाबंदी लगा दी है | एफडीए की तरफ से किसी तंबाकू प्रोडक्ट के खिलाफ उठाया गया यह अब तक का सबसे सख्त कदम है |

अमेरिका में करीब 18 फीसदी लोग स्मूकिंग करते हैं और हर साल अमेरिका में चार लाख अस्सी हजार लोगों की मौत तंबाकू की वजह से होने वाली बीमारियों की वजह से होती है |

पाबंदी के पीछे वजह बताया जा रहा है कि बाजार में मौजूद दूसरे प्रोडक्ट के मुकाबले 2007 की मार्केट रिसर्च की बुनियाद पर इन बीड़ियों को काफी अलग पाया गया | एफडीए का कहना है कि कंपनी नए मुकर्रर मयार पर अमल नहीं कर रही है |

एफडीए की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, इसका मतलब है कि अमेरिका में उनकी बिक्री या डिस्ट्रीब्यूसन नहीं किया जा सकता | न ही मुल्क में उनका दरआमद किया जा सकता है |

कंपनी के सूर्या ब्रांड के चार किस्मों में सूर्या बीड़ी रेड, सूर्या बीड़ी मेंथॉल, सूर्या बीड़ी रेड कोन और सूर्या बीड़ी मेंथॉल कोन शामिल हैं | जो कंपनियां अमेरिका में सूर्या बीड़ी की बिक्री या डिस्ट्रीब्यूसन जारी रखेंगी, उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे |

एफडीए ने यह भी कहा है कि जिन दुकानों में इसे बिकते हुए पाया जाएगा उनका बिना किसी इंतेबाह के हसूल कर लिया जाएगा |