हिंदुस्तानी हाकी टीम ने 20 वें कॉमनवेल्थ गेम्स की अपनी मुहिम का यहां नैशनल हाकी सेंटर में कामयाब शुरुआत करते हुए वेल्स के ख़िलाफ़ 3-1 की कामयाबी हासिल की। आलमी दर्जा बंदी में 9 वें मुक़ाम पर फ़ाइज़ हिंदुस्तानी टीम ने ग्लासगो गेम्स में अपना पहला निशान हासिल कर लिया है।
हिंदुस्तान के लिए मुक़ाबला के आग़ाज़ पर 20 वें मिनट में पहला गोल वी आर रघूनाथ जबकि दूसरा गोल 42 वें मिनट में रूपेन्द्र पाल सिंह ने किया और ये दोनों ही गोल पेनाल्टी कॉर्नर पर बनाए गए हैं। हिंदुस्तान के लिए तीसरा गोल मुक़ाबला के 47 वें मिनट में गुरवेंद्र सिंह चंडी ने स्कोर किया जोकि मैदान के बेहतरीन खेल का नतीजा रहा।
हरीफ़ टीम के लिए वाहिद गोल एंड्रयू कारुणिक ने मुक़ाबला के 23 वें मिनट में ही बनाया। हिंदुस्तान ने मुक़ाबला का शुरु मेयारी अंदाज़ में नहीं किया जैसा कि मुक़ाबला के शुरु पर 5 वें मिनट में ही रूपेन्द्र की फ्लेक में पेनाल्टी कॉर्नर से दूर गेंद पहुंचाई और क़ौमी टीम ने गोल बनाने का मौक़ा गंवाया।
दूसरी जानिब हरीफ़ टीम वेल्स ने शुरु में मुहतात रवैया इख़तियार करते हुए हिंदुस्तान को गोल बनाने मौक़ा फ़राहम नहीं किया लेकिन मुक़ाबला के पहले निस्फ़ मरहले के आख़िरी 15 मिनटों में हरीफ़ खिलाड़ियों के मुज़ाहिरों में जारिहाना तेजी नुमायां दिखाई दिए। हिंदुस्तान और वेल्स दोनों ही टीमों को मुक़ाबले के शुरु मरहले में पेनाल्टी कॉर्नर दस्तयाब हुए थे लेकिन दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों ने इन पेनाल्टी कॉर्नरस को गोल में तबदील नहीं किया।
पहले मरहला का इख़तताम 1-1 के ज़रिया बराबरी पर ख़त्म हुआ।इस मुक़ाबला में हिंदुस्तानी टीम को आलमी दर्जा बंदी में 31 वें मुक़ाम पर फ़ाइज़ वेल्स के ख़िलाफ़ कामयाबी के लिए पसंदीदा क़रार दिया जा रहा था लेकिन सरदार सिंह की टीम मुक़ाबला का बेहतर आग़ाज़ नहीं करपाए।