हिंदुस्तान ने कहा है कि वो अक़वामे मुत्तहिदा के इंसानी हुक़ूक़ इदारा के लिए इस साल दोबारा इंतिख़ाब चाहेगा और ताक़तवर सलामती कौंसिल की आजलाना इस्लाह के लिए पुरज़ोर मुहिम चलाता रहेगा।
कल हिंदुस्तान के 65वीं यौमे जम्हूरीया के मौक़ा पर हिंदुस्तान के सफ़ीर बराए अक़वामे मुत्तहिदा अशोक कुमार मुकर्जी ने कहा कि हिंदुस्तान अपने क़ौमी मक़ासिद और तर्जीहात की असास पर आने वाले साल के दौरान अक़वामे मुत्तहिदा के काम में सरगर्मी से हिस्सा लेगा।
उन्हों ने कहा कि अक़वामे मुत्तहिदा सलामती कौंसिल की आजलाना इस्लाह हिंदुस्तान के लिए बदस्तूर तर्जीह रहेगी, नेज़ ये कि बैनुल अक़वामी अमन और सलामती की बरक़रारी भी हिंदुस्तान के तरक़्क़ीयाती मक़ासिद के लिए ज़रूरी बैरूनी माहौल है।
गुज़िश्ता साल जेनरल असेंबली ने 14 ममालिक बाशमोल चीन, सऊदी अरब और रूस को इस कौंसिल के लिए मुंतख़ब किया था।