दिफ़ाई चैंपियन पाकिस्तान के ख़िलाफ़ अपनी टीम अफ़्ग़ानिस्तान के बेहतर मुज़ाहरा के बाद कोच कबीर ख़ान ने हिंदुस्तान और श्रीलंका को होशयार रहने का इंतिबाह दिया और कहा कि यहां खेले जा रहे एशिया कप में उनकी टीम कामयाबी के पाने के लिए काफ़ी बेचैन है।
अफ़्ग़ानिस्तान के बौलरों ने गुजिश्ता रोज़ पाकिस्तान के ख़िलाफ़ टूर्नामेंट के अपने शुरुआती मुक़ाबले में दिफ़ाई चैंपियन को 117/6 तक महदूद रखते हुए सब की तवज्जो अपनी जानिब करली थी लेकिन 248 रन के तआक़ुब में टूर्नामेंट में पहली मर्तबा शिरकत कररही अफ़्ग़ानिस्तान की टीम 72 रन से पीछे रह गई।
पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मात और टूर्नामेंट में कामयाबी के बारे में इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए ख़ान ने यहां साहब उसमान अली स्टेडियम में मीडिया नुमाइंदों से इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए कहा कि टीम के बेशतर खिलाड़ी कामयाबी के लिए बेचैन हैं और वो टूर्नामेंट के बाक़ी मुक़ाबला में जीत हासिल करना चाहते हैं।
नीज़ एक या दो कामयाबी उस नौजवान टीम के मुस्तक़बिल को तबदील करने में कलीदी रोल अदा करसकती है। उन्होंने मज़ीद कहा कि पाकिस्तान के ख़िलाफ़ टीम के मुज़ाहरा के बाद टूर्नामेंट में हरीफ़ टीमों को हमें आसान तसव्वुर करने से पहले अपने ख़्याल पर एक से ज़ाइद मर्तबा नज़रसानी करनी होगी क्योंकि हमारा बौलिंग शोबा किस क़दर मज़बूत है। दौलत ज़दरान और शाहपुर ज़दरान टीम के ऐसे फ़ास्ट बौलर हैं जोकि पाकिस्तान के साबिक़ फ़ास्ट बौलर वक़ार यूनुस के मद्दाह हैं।
अफगानिस्तानी खिलाड़ी जिस्मानी तौर पर ताक़तवर हैं और उनका जारिहाना मिज़ाज फ़ास्ट बौलिंग के लिए मौज़ूं होता है। नीज़ घरेलू क्रिकेट में भी नौजवान खिलाड़ी फ़ास्ट बौलर बनने के ख़ाहिश हैं और कोई स्पिन बौलिंग को पसंद नहीं करता। अफगानिस्तानी टीम के कोच का मानना है कि पहली मर्तबा टूर्नामेंट में शिरकत कररही अफ़्ग़ानिस्तान की क्रिकेट टीम यहां टूर्नामेंट ना सही लेकिन चंद एक मुक़ाबलों में कामयाबी हासिल करने की ख़ाहिश हैं और यही ख़ाहिश उसे किसी भी सख़्त हरीफ़ को हैरानकुन मात देने की राह हमवार कर सकती है।