हिंदुस्तानी टीम अपनी बौलिंग के शोबा में पाई जाने वाली ख़ामियों को दूर करते हुए ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ आज तीसरा वन्डे मैच भी जीतने की भरपूर कोशिश करेगी
पाँच मेचौ की सीरीज़ में बढत हासिल करसकती है। हिंदुस्तानी टीम को पहले ही 2-0 की बढत हासिल है और बैटस्मेन ने मुतास्सिरकूण(प्रभावशाली) मुज़ाहरा करते हुए टीम को दोनों मैचस में शानदार कामयाबी दिलाई। हिंदुस्तान को 3-0 की नाक़ाबिल पार सबक़त हासिल करने के लिए मज़ीद एक मैच में कामयाबी दरकार है।
ज़िम्बाब्वे ने पिछले दो मैचौ में 200 से ज़ाइद रंज़ स्कोर किए और इस का वाज़ह मतलब ये है कि हिंदुस्तान के बैटस्मेन और बोलर्स को कामयाबी का सिलसिला जारी रखने के लिए मज़ीद मेहनत करनी होगी। इन दोनों शोबों में बौलिंग का मसला ज़्यादा परेशानकुन है क्योंकि फ़ास्ट बोलर्स दोनों मैचस में भी अच्छा का मुज़ाहरा नहीं कर पाए।
आर विनय कुमार काफ़ी महंगे बोलर साबित हुए जिन्हों ने 18 ओवर्स में 106 रंस दिए और सिर्फ़ एक विकेट हासिल की और वो भी आख़िरी विकेट मिली। मुहम्मद समी का मुज़ाहरा भी मायूसकुन रहा और टीम के अहम फ़ास्ट बोलर्स को आराम देने की वजह उन्हें जो मौक़ा मिला इस में वो मुतास्सिर नहीं कर पाए।
जय देव सब से कामयाब बोलर रहे जिन्हों ने दो मैचस में 5 विकटें लिए। रवींद्र जडेजा मुसलसल मुतास्सिरकूण बौलिंग कररहे हैं और हिंदुस्तान के लिए यहां मौसमी हालात और हरीफ़ टीम से इतनी ज़्यादा मुसाबक़त(तुल्य) नहीं है लेकिन बैरून-ए-मुल्क अच्छे मुज़ाहरा से टीम का एतिमाद बढ़ेगा।