हिंदुस्तान की नंबर एक टेनिस स्टार सानिया मिर्ज़ा समझती हैं कि एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स हिंदुस्तान की क्रिकेट के इलावा एक अलाहदा शनाख़्त केलिए कलीदी है।
सानिया मिर्ज़ा ने यहां ख़बररसां एजेंसी पी टी आई से इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए कहा कि लोसोफ़ोनया गेम्स की तरह एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स कलीदी रोल अदा करसकते हैं जिस के ज़रिया हम हिंदुस्तान की वो शनाख़्त ज़ाहिर करसकते हैं जो क्रिकेट के इलावा है।
गोवा में लोसोफ़ोनया गेम्स के मस्कट की रूनुमाई के मौक़ा पर अपने ख़्यालात का इज़हार करते हुए कहा कि ये गेम्स उन ममालिक के दरमयान दोस्ताना ताल्लुक़ात को फ़रोग़ देने में अहम रोल अदा करेंगे क्योंकि यही वो मुक़ाम है जहां मुख़्तलिफ़ ममालिक के खिलाड़ी एक जगह जमा होते हैं।
मज़कूरा मुक़ाबलों में 12 ममालिक के मुख़्तलिफ़ खिलाड़ी यहां 6 मैदानों में ऐक्शण में नज़र आयेंगे। अपने केरियर के मुताल्लिक़ सानिया का कहना है कि गुजिश्ता साल पाँच ख़ताबात की वजह से सीज़न काफ़ी कामयाब रहा।