हिंदुस्तान ने एक हिक्मते अमली का आग़ाज़ किया है जिस से हिंदुस्तानी सरमायाकारों को मालूमात फ़राहम की जाएंगी और उन की हौसला अफ़्ज़ाई की जाएगी ताकि वो मुत्तहदा अरब इमारात की तरक़्क़ी पज़ीर बायोटेक सनअत में सरमाया कारी के इमकानात तलाश कर सकें।
ताहाल हिंदुस्तान और मुत्तहदा अरब इमारात की बाहमी तिजारत 44 अरब अमरीकी डॉलर मालीयाती है। कौंसिल जेनरल हिंदुस्तान बराए दुबई संजय वर्मा ने इस का इन्किशाफ़ किया।