नई दिल्ली, ०३ दिसंबर (यू एन आई) हिंदूस्तान की न्यूकलीयाई आबदोज़ आई एन् एस् अरीहनत अपने समुंद्री तजुर्बात पर निकलने के उबूरी मरहले में पहुंच गई है।
बहरीया के सरबराह एडमीरल निर्मल वर्मा ने आज यहां यौम बहरीया के मौक़ा पर मुनाक़िदा अपनी सालाना प्रेस कान्फ़्रैंस में ये ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अरीहनत की पेशरफ़्त पर क़रीबी नज़र रखी जा रही है और चंद ही महीने में ये न्यूकलीयाई आबदोज़ अपने समुंद्र तजुर्बात पर निकल पड़ेंगी।
उन्होंने कहा कि इस न्यूकलीयाई आबदोज़ की सैक्योरिटी से मुताल्लिक़ ज़ाबतों और न्यूकलीयाई सैक्योरिटी के दीगर मुआमलों के बारे में न्यूकलीयाई ज़ाबता से मुताल्लिक़ अथार्टी की जांच का काम जारी है और भाभा न्यूकलीयाई रिसर्च सैंटर भी इस प्रोजक्ट में सरगर्म तरीक़ा पर हिस्सादार है।
उन्हों ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि न्यूकलीयाई आबदोज़ के री ऐक्टर को कारकरद किया गया है या नहीं ।बहरीया की जदीद कारी के मंसूबों और मुस्तक़बिल के प्रोग्रामों की तफ़सीलात पेश करते हुए मिस्टर वर्मा ने कहा कि हिंदूस्तान के शिप यार्डों में 49 जहाज़ और आबदोज़ तैय्यार किए जा रहे हैं और आइन्दा पाँच बरसों में हरसाल औसतन पाबच जंगी जहाज़ बहरीया के बेड़े में शामिल किए जाएंगॆ।