हुकूमत ने हिंदूस्तानी नज़ाद डॉक्टर्स को जो बैरून मुलक प्रैक्टिस कररहे हैं मुल्क में ख़ानगी प्रैक्टिस की इजाज़त देने का फैसला किया है अगर वो किसी भी सुपर एसपेशालेटी हॉस्पिटल मैडीकल कॉलिज यह ए आई आई एम एस जैसे हॉस्पिटल में फैकल्टी की हैसियत से काम करना चाहें ,
हुकूमत के इस इक़दाम का मक़सद बैरून मुलक प्रैक्टिस करने वाले हिंदूस्तानी नज़ाद डॉक्टर्स की सरकारी इदारों के साथ काम करने के लिए हौसला अफ़्ज़ाई करना है अगर हिंदूस्तानी नज़ाद डॉक्टर्स मुल्क में फैकल्टी की हैसियत से काम करना चाहें तो उन्हें ख़ानगी प्रैक्टिस की इजाज़त देने का फैसला किया गया है ।
मर्कज़ी वज़ीर सेहत ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि एन की वज़ारतने मैडीकल कौंसल आफ़ इंडिया से कहा है कि वो इस फैसला के मुताबिक़ क़ानूनी गुंजाइश फ़राहम करें ,
हुकूमत रवां साल ए आई आई एम एस जैसे चार इदारे क़ायम करने की कोशिश कररहा है और आइन्दा साल आपरेशनज़ हॉस्पिटल्स क़ायम किए जाएंगे ।।