मैनहटन के प्रैप स्कूल की साबिक़ हैड मिस्ट्रेस 46 साला हिन्दू सानी नज़ाद अमेरीकी ख़ातून को 2007 -ए-में इस के तलबा-ए-में से एक के साथ जिन्सी ताल्लुक़ उस्तिवार करने पर दोता सात साल की सज़ाए क़ैद सुनाई गई ।
इस ने हर अपील में नाकाम होने के बाद ख़ुदसपुर्दगी करदी । लेना सिन्हा 1996 -ए-में मोनतीरी स्कूल की टीचर थी जिस के मालिक इस के वालदैन थे । इस ने एक 13 साला लड़के के साथ जिन्सी ताल्लुक़ क़ायम किया था ।
उसे पाँच साल क़बल ही मुजरिम क़रार दे दिया गया था । लेकिन वो मुख़्तलिफ़ किस्म की अपीलें कर के सज़ा-ए-से बचती रही थी । जब उस की तमाम अपीलें मुस्तर्द करदी गईं तो इस के वकील जेरी शरजील ने जज केरल बरकमीन से इस की सज़ा-ए-पर नज़रसानी की अपील की क्योंकि इस पर आइद तीन इल्ज़ामात मुबालग़ा आराई पर मबनी थे ।
मैनहटन सुप्रीम कोर्ट की जज केरल बरकमीन ने अपने फ़ैसले में कहा कि इस ख़ातून को हर किस्म की मुराआत हासिल हैं। इस ने अपने शागिर्द के साथ बरसों खिलवाड़ किया है । इस ने इस लड़के से इस का बचपन छीन लिया । ये लड़का बड़ा हो कर न्यूयार्क सिटी पुलिस में मुलाज़िम होगया और वो मजबूरन अपना ब्यान देने पर राज़ी हुआ ।
लेना सिन्हा हाल हाल तक ज़मानत पर रहा थी क्योंकि उस की अपील गुज़िश्ता पाँच साल से ज़ेर-ए-इलतिवा थी जबकि मैन पट्टन की ज्यूरी ने उसे मुजरिम क़रार दिया था