हिंदूस्तानी मईशत को बेहतर बनाए रखने पर आई एम एफ़ सरबराह की सताइश

बैन-उल-अक़वामी मालीयाती फ़ंड (आई एम एफ़) ने हिंदूस्तान की मईशत को सँभाले रखने के लिए मुख़्तलिफ़ इक़दामात पर सताइश की और कहा कि आलमी सतह पर ग़ैर यक़ीनी सूरत-ए-हाल के बावजूद हिंदूस्तान ने अपनी मईशत मुतज़लज़ल होने नहीं दी।

आई एम एफ़ मैनेजिंग डायरेक्टर कर्स्टन लगार्ड ने बताया कि कोटा इस्लाहात के सिलसिला में ग़ौर-ओ-ख़ौज़ किया जा रहा है, जिससे उभरती हुई ताक़तों बिशमोल हिंदूस्तान और चीन को राय दही के ज़्यादा हुक़ूक़ मिल सकेंगे। लगार्ड हिंदूस्तान के दो रोज़ा दौरा पर है।

उन्होंने हिंदूस्तान के मआशी इस्लाहात के सिलसिला में इक़दामात की सताइश की और कहा कि सब्सीडीज़ को जी डी पी का दो फ़ीसद करने हुकूमत का फ़ैसला नुमायां एहमीयत का हामिल है।