हिंदूस्तानी सरहदात के क़रीब चीनी रेलवे राब्ते तशवीशनाक

राज्य सभा में आज हिंदूस्तानी सरहदात के क़रीब चीन के रेल राबिता की कोशिशों पर शदीद तशवीश का इज़हार किया गया है। इस बात का मुतालिबा किया गया कि इस ताल्लुक़ से हिंदूस्तान की जानिब से जंगी ख़ुतूत पर हिक्मत-ए-अमली अपनाई जाए। हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर । जोगेंद्रनगर । मनाली । लीहा के दरमयान रेल राब्ते पर ज़ोर दिया, जबकि ये रेल राबिता चीन की सरहदात के क़रीब होगा।

रेल बजट पर मुबाहिस के दौरान शांता कुमार ( बी जे पी) ने इन ख़्यालात का इज़हार किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश जिसकी सरहदात चीन से मुत्तसिल हैं , को मुसलसल नजर अंदाज़ किया जा रहा है। इस बात से ख़बरदार किया कि पड़ोसी मुल्क चीन , पाकिस्तान मक़बूज़ा कश्मीर की जानिब से अरूणाचल प्रदेश की सिम्त रेल राबते की कोशिश में मसरूफ़ है, जबकि हिंदूस्तानी सरहदी इनफ्रास्ट्रक्चर की बेहतरी के लिए हिंदूस्तान की जानिब से इस ज़िमन में कोई पहल नहीं की गई है।

उन्होंने इस मसला को संगीन बताया और कहा कि ये बात शर्मनाक है कि बर्तानवी तसल्लुत के दौरान बिछाई गई 163 कीलोमीटर रेलवे लाईन के सिवा आज़ादी के बाद रियासत में एक कीलोमीटर रेलवे लाईन भी नहीं बिछाई गई।