हिंदूस्तानी सिनेमा के 100 साल

हिंदूस्तानी सिनेमा की सद साला तक़रीबात (उत्सव) का बहुत जल्द आग़ाज़ (शुरूआत) होने वाला है जिस में ख़ुसूसी प्रोग्राम्स की तैयारीयां भी की जा रही हैं । हिंदूस्तान की पहली फ़िल्म से लेकर पहली मुतकल्लिम फ़िल्म आलम आरा और बादअज़ां ( इसके बाद) मुतअद्दिद-ओ-तारीख़ी फिल्मों के इलावा सोश्यल (सामाजिक) फिल्मों का भी अहाता किया जाएगा ।

गुज़शता सौ सालों के दौरान फ़िल्मी उफ़ुक़ पर कई सितारे उभरे और कई डूब गए कुछ सितारों की चमक मानद पड़ गई और कुछ हनूज़ ताबिंदा ( रौशन) हैं । हिंदूस्तानी सिनेमा का ज़िक्र दिलीप कुमार ,राजकपूर और देव आनंद के बगै़र अधूरा है । ख़ुसूसी प्रोग्राम्स में इन तीनों ऐक्ट्रस पर ख़ुसूसी फीचर्स पेश किए जाऐंगे ।

यू तूं अमिताभ बच्चन को स्टार आफ़ दी मिलेनियम का एवार्ड बहुत पहले दिया जा चुका है लेकिन फ़िल्मी नाक़िदीन का कहना है कि अमिताभ बच्चन बेशक एक बड़े स्टार हो सकते हैं लेकिन अदाकाराना सलाहीयतों में दिलीप कुमार से बहुत पीछे हैं । दिलीप कुमार वो अदाकार हैं जिन की नक़ल करने वालों में राजेंद्र कुमार ,अमिताभ बच्चन और शाहरुख ख़ान का नाम लिया जा सकता है ।

आँजहानी (स्वर्गीय) अदाकार ओम प्रकाश , ने जब दिलीप कुमार की फ़िल्म आदमी देखी तो वो हैरान रह गए कि फ़न अदाकारी इतनी बुलंदीयों को भी छू सकता है ।