हिंदूस्तानी सिफ़ारतकार पर चीन में हमला

` बीजिंग। 3 जनवरी ( पी टी आई) एक हिंदूस्तानी सिफ़ारतकार आज ज़ख़मी होगया और उसे दवाख़ाना में शरीक करदिया गया। जबकि चीनी ताजिरों के एक वसीअ ग्रुप के सदर नशीन ने इस पर मुक़ामी अदालत में हमला किया क्यों कि वो दो हिंदूस्तानियों की रिहाई के लिए कोशिश कररहा था जिन्हें मुक़ामी अफ़राद ने यरग़माल बना लिया है और तिजारती मर्कज़ ईवी में अपने बकाया जात की अदायगी का मुतालिबा कररहे थे।

हिंदूस्तानी क़ौंसलख़ाना बराए शंघाई के सिफ़ारतकार ऐस बाल चंद्रन को एक एक हुजूम की जानिब से ज़द-ओ-कूब के बाद बेहोश होजाने पर हस्पताल मुंतक़िल किया गया। ये हुजूम सिफ़ारतकार के क़बज़े से दो अग़वा शूदा हिन्दूसत्तान्यों को छीन लेने की कोशिश कररहा था। ये दोनों हिंदूस्तानी सिफ़ारतकार से लिपटे हुए थे।

ये वाक़िया उस वक़्त पेश आया जबकि 31 डसमबर की रात तवील बातचीत के बाद सिफ़ारतकार अदालत से रवाना होरहा था। दोनों हिंदूस्तानियों को मुक़ामी ताजिरों ने गुज़श्ता दो हफ़्ते से यरग़माल बना रखा था क्यों कि इन की कंपनी ने अपने बकाए अदा नहीं किए थे। कंपनी के मालिक पर मुल्क से फ़रार होजाने का इल्ज़ाम है। कौंसिल जनरल बराए शंघाई रीवा गंगोली दास ने पी टी आई से कहा कि बाल चंद्रन कौंसिल ख़ाने में मुशीर के ओहदे पर फ़ाइज़ था।

वो दीपक रहेजा और शाम सुंदर अग्रवाल को चीनी ताजरीन के हब्स बेजा से रेहा करवाने के बाद हमला किया गया। 46 साला बाल चंद्रन ने उन की रिहाई के लिए अदालत में पाँच घंटे तक दलायल पेश किए थे।