हिंदूस्तान ईरानी बहरी ( समुद्री) जहाज़ों से तेल की मुंतक़ली (transport) का ख़ाहां

योरोपी तहदीदात (European sanctions) के आइन्दा माह ईरानी तेल की बहरी ( समुद्री) जहाज़ों के ज़रीया मुंतक़ली (स्थानांतरण/transport) को मुश्किल बना देंगी जबकि हिंदूस्तान चाहता है की इस्लामी जमहूरीया ईरान तेल की मुंतक़ली के लिए समुंद्री राहें इस्तिमाल करें।

हिंदूस्तान अब तक बहरी ( समुद्री) जहाज़ों के ज़रीया जो ख़ानगी ( निजी) कंपनीयों की मिल्कियत होते हैं, हिंदूस्तान को ख़ाम ( शुद्व) तेल के तीसरे बड़े सरबराह कुनुंदा से तेल हासिल करता रहा है। बहरी जहाज़ और ख़ाम ( शुद्व) तेल दोनों योरोपी इंश्योरेंस कंपनीयों में बीमा किए जाते हैं, लेकिन ख़ानगी ( निजी) बहरी ( समुद्री) जहाज़ों के ज़रीया सरबराह कुनुंदा कंपनीयां इमकान है कि योरोपी यूनीयन की ईरान पर जुलाई से तहदीदात ( पाबंदी) नाफ़िज़ हो जाने के बाद तेल मुंतक़िल ( स्थानांतरण) नहीं कर सकेंगी क्योंकि उन्हें इंश्योरेंस का तहफ़्फ़ुज़ हासिल नहीं होगा।

मुतबादिल ( अदल बदल) के तौर पर वज़ारत तेल (Oil Minister) ने तजवीज़ ( प्रस्ताव) पेश की है की ईरान अपना ख़ाम तेल ख़ुद इस के बहरी ( समुद्री) जहाज़ों में हिंदूस्तान को सरबराह (प्रबंध/ व्यवस्था) करे। खासतौर पर इसलिए कि बहैसीयत दरआमद कुनुंदा वाजिबात के लिए तेल मुंतक़िल करने वाले जहाज़ और तेल का इंश्योरेंस ( बीमा) हासिल हो जाएगा।

मोतमिद तेल (Oil Secretary) जी सी चतुर्वेदी ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि हिंदूस्तान वज़ारत जहाज़रानी ( जहाज चलाने वालों) से ख़ाहिश कर चुका है कि ईरानी बहरी जहाज़ों को तेल मुंतक़िल ( स्थाना‍तरित) करने की इजाज़त दी जाए।

वज़ारत फानेंस (finance ministry) से मुदाख़िलत ( मांग) की भी ख़ाहिश कर चुकी है ताकि सरकारी ज़ेर-ए-इंतज़ाम जनरल इंश्योरेंस कारपोरेशन ख़ानगी बहरी जहाज़ों को जो ईरान से तेल मुंतक़िल करें, इंश्योरेंस का तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम करे। उन्होंने कहा कि हम हाल ही में ईरान से सरबराही हासिल (प्राप्त आपूर्ती) कर चुके हैं।