हिंदूस्तान का आई एम एफ़ के लिए चंदा का एलान मुल्तवी

हिंदूस्तान ने फ़ैसला किया कि बैन-उल‍अक्वामी मालीयाती फ़ंड के लिए अपने चंदा का एलान मुल्तवी करदे। ये इल्तीवा उस की ब्रिक्स तहरीक के रुक्न ममालिक के दरमयान इत्तिफ़ाक़ राय पैदा करने की कोशिश का एक हिस्सा है।

ब्रिक्स एक ताक़तवर तंज़ीम है जो उभरती हुई मईशतों पर मुश्तमिल है। मर्कज़ी वज़ीर फेनानस परनब मुकर्जी ने पी टी आई से कहा कि हिंदूस्तान आई एम एफ़ के लिए अपने चंदा का एलान मुल्तवी कर रहा है।

वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह से बादअज़ां इस सिल्सिले में तबाद्ला-ए-ख़्याल और ब्रिक्स के इज्लास की कार्रवाई के इख़तेताम पर जिस में हिंदूस्तान इत्तिफ़ाक़ राय पैदा करने की कोशिश करेगा ये एलान किया जाएगा। इस में कुछ वक़्त लग सकता है।

हिंदूस्तान क़ब्लअज़ीं आई एम एफ़ के लिए अपने चंदा में इज़ाफे़ का फ़ैसला कर चुका है। ताकि तमाम ब्रिक्स ममालिक ब्राज़ील, रूस,हिंदूस्तान, चीन और जुनूबी अफ़्रीक़ा दस वसीअ तरीन उभरती हुई मईशतों में शामिल हैं। जिन का आई एम एफ़ में नुमायां कोटा है। उन्हों ने दाख़िली और ख़ारिजी तन्क़ीद की परवाह किए बगै़र कहा कि उन्हें यक़ीन है कि मईशत की तर्जीहात और इफ़रात-ए-ज़र से मुक़ाबला में हिंदूस्तान काम्याब रहेगा।

नामवर माहिर मआशियात और मुशीर मआशी उमूर कोशिक बासू ने हिंदूस्तान में इस्लाहात का अमल मुंजमिद कर देने पर सहित तन्क़ीद की है। इन के तब्सरों से हिंदूस्तान में दाख़िली तौर पर हंगामा मच गया है। अपोज़ीशन ने हुकूमत पर तन्क़ीद करते हुए दावा किया है कि मआशी मुशीर आला ने सदाक़त ब्यानी से काम लिया है।

परनब मुकर्जी ने पी टी आई को इंटरव्यू देते हुए कहा कि हिंदूस्तान की पालिसी मफ्लूज नहीं है। वो माहिर मआशियात के इस तसबरा से मुत्तफ़िक़ नहीं हैं। मर्कज़ी वजीर फेनान्स कॉरपोरेट इदारों के अंदेशों के बारे में सवालात का जवाब दे रहे थे जिन्हों ने हिंदूस्तान की मुजव्वज़ा पालिसी के मफ्लूज हो जाने के बासू के तब्सरा पर अंदेशे ज़ाहिर किए थे। बासू ने कहा था कि 2014-ए-के इंतेख़ाबात तक बड़े पैमाने पर मआशी इस्लाहात नामुमकिन हैं।