मैलबोर्न, ०३ फ़रवरी ( पी टी आई ) हिंदूस्तानी टीम तवील अर्सा से जारी शिकस्त का सिलसिला ख़तम् करने के लिए बेचैन है और वो चाहती है कि आस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ कल दूसरा टवन्टी 20मैच जीत कर वाईट वाश से बच सकें। हिंदूस्तानी टीम को टेस्ट सीरीज़ में शर्मनाक 0-4से शिकस्त हुई जिस के बाद ये तवक़्क़ो की जा रही थी कि महिदूद ओवर्स के मैच में टीम का मुज़ाहरा किसी क़दर बेहतर होगा लेकिन पहले टवन्टी 20मैच में मेज़बान आस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ उसे 31रन से शिकस्त हुई ।
टीम के नौजवानों खिलाड़ियों ने फ़ील्ड पर अगरचे किसी क़दर बेहतर मुज़ाहरा किया लेकिन जहां तक बैटिंग का ताल्लुक़ है सीनीयर और जूनीयर खिलाड़ियों का मुज़ाहरा यकसाँ रहा । कप्तान महिन्द्र सिंह धोनी को अपनी टीम में बेहतरी लाने के लिए ठोस इक़दामात करने होंगे । जहां तक बौलिंग के शोबा का ताल्लुक़ हिंदूस्तानी बोलर्स आस्ट्रेलिया की लाईन और लनथ को मुतास्सिर करने में नाकाम रहे ।
आफ़ स्पिनर रवी चन्द्र अश्विन के क़दरे बेहतर मुज़ाहरा को डेवीड वार्नर ने कल रात बेअसर कर दिया । ज़हीर ख़ान की वापसी कल के मैच के लिए एहमीयत की हामिल समझी जाती है । मैलबोर्न क्रिकेट ग्राउंनड की विकेट कल स्पिनर्स के लिए साज़गार साबित होने की तवक़्क़ो नहीं है ।
जैसा कि पहले टवन्टी 20में जो एडीलेड में खेला गया वहां भी स्पिनर्स के लिए विकेट साज़गार नहीं थी । मैलबोर्न ग्राउंड बैटिंग के लिए बेहतर है और यहां बोलर्स को सख़्त आज़माईश का सामना करना पड़ सकता है । धोनी ने कहा कि मैलबोर्न के ग्राउंड को पेशे नज़र रखते हुए टीम ने तैयारी की है । ताहम हिंदूस्तानी टीम को बौलिंग के साथ साथ बैटिंग के शोबा में भी तशवीश लाहक़ है ।
क्योंकि जारीया सीज़न के दौरान टीम का मुज़ाहरा मजमूई तौर पर इंतिहाई नाक़िस रहा । परावीन कुमार ज़ख़मी होने के बाद टीम में वापिस हुए लेकिन वो मुतास्सिर नहीं कर पाए । विनय कुमार का मुज़ाहरा किसी क़दर इतमीनान बख़श कहा जा सकता है और रवींद्र जडेजा से भी मुसबत तवक़्क़ो वाबस्ता की जा सकती है लेकिन हिंदूस्तान केलिए आर अश्विन का मुज़ाहरा भी तशवीश का बाइस है । क्योंकि अश्विन को हरभजन सिंह की जगह शामिल किया गया है ।
इस के इलावा धोनी की टीम में शामिल सब से अहम बोलर ज़हीर ख़ान ने भी सीरीज़ में मायूस किया । उन्हों ने 3 टेस्टों में 62.70 की औसत से 9वकटस लिए । इसी तरह पहले टवन्टी 20में 34रन के इव्ज़ सिर्फ विकेट हासिल की । इमकान है कि इर्फ़ान पठान को कल मौक़ा फ़राहम किया जाएगा जब कि आख़िरी मर्तबा उन्हों ने जून 2009 में हुए आई सी सी वर्ल्ड टवन्टी 20में हिस्सा लिया था ।
बैटिंग के शोबा में हिंदूस्तान केलिए सब से बड़ी मुश्किल ये है कि गौतम गंभीर या वीरेंद्र सहवाग अभी तक अच्छी शुरूआत नहीं कर पाए जिस के नतीजा में मिडिल आर्डर दिरहम ब्रहम हो रहा है और सारा दबाव वीराट कोहली पर पड़ रहा है । कप्तान धोनी के 48नाट आउट को इतमीनान बख़श कहा जा सकता है लेकिन दीगर टाप आर्डर की नाकामी के बाइस हिंदूस्तान को किसी तरह का फ़ायदा नहीं हो रहा है ।