हिंदूस्तान के तिजारत के बारे में अनदेशों का अज़ाला

चीन ने कहा कि वो हिंदूस्तान के तिजारत में अदम तवाज़ुन में इज़ाफ़ा के बारे में अनदेशों का अज़ाला करने के लिए तमाम मुम्किन इक़दामात करेगा । चीन ने तय्क्कुन दिया कि हिंदूस्तानी कंपनियों के साथ मसावात की बुनियाद पर सुलूक किया जाय गाजन में अदलिया साज़ी और इत्तलाआती टैक्नालोजी की हिंदूस्तानी कमपेनयां भी शामिल हैं जो चीनी बाज़ार में अपने लिए मवाक़े तलाश करना चाहती हैं।

डिप्टी डायरैक्टर जनरल वज़ारत तिजारत चीन लियांग वैन टाॶ ने कहा कि बाहमी तिजारतमें गुज़श्ता साल 73 अरब 90 करोड़ अमरीकी डालर का रेकॉर्ड क़ायम हुआ है लेकिन अब भी इस में मज़ीद इज़ाफ़ा के वसीअ इमकानात मौजूद हैं। तिजारत और सरमाया कारी मेंमज़ीद इज़ाफ़ा मुम्किन है । चीन दोनों ममालिक की मईशत की जसामत के तक़ाबुल में तिजारत की मौजूदा मालियत को ए भी बहुत कम समझता है ।

चीन का दौरा करने वाले सहाफ़ीयों से बात चीत करते हुए वैन टाउ ने कहा कि मौजूदा मरहले पर हिंदूस्तान के साथ कई तिजारती मसाइल का सामना है जिन के अज़ाला के लिए चीन की जानिब से इक़दामात का तीन किया जा चुका है । हुकूमत चयन पहले ही बैंकों और माली इदारों से हिंदूस्तानी कंपनियों को चीन में माली इमदाद फ़राहम करने की ख़ाहिश करती है ।

उन्हों ने कहाकि सालाना बाहमी तिजारत का निशाना 2015 तक सौ अरब अमरीकी डालर मुक़र्रर किया गया है । चीनी हुकूमत कभी किसी फ़ाज़िल तिजारत की ताईद नहीं किया करती । उन्हों ने कहा कि चीनी हुकूमत मुतअद्दिद इक़दामात कर रही है ताकि हिंदूस्तानी कंपनियों का चीन की सालाना दरआमदी मंडी में इस्तिहसाल ना किया जा सके ।

दोनों ममालिक की इस शोबे में तिजारत एक खरब 40 अरब अमरीकी डालर मालियत की है । उन्हों ने चीन की ताईद में फ़ाज़िल तिजारत में बे इंतिहा इज़ाफ़ा पर तशवीश का इज़हार किया ।