ईस्लामाबाद 5 नवंबर (पी टी आई) हिंदूस्तान को इंतिहाई पसंदीदा मलिक का मौक़िफ़ देने के मसला पर पाकिस्तान के तज़बज़ब के तनाज़ुर में वज़ीर-ए-ख़ारजा हिना रब्बानी खुर ने हिंदूस्तान के साथ मुज़ाकरात के अमल पर आज आला सियोल और फ़ौजी ओहदेदारों से बातचीत की। एक सरकारी ब्यान में कहा गया है कि हिना रब्बानी खर ने हिंदूस्तान के साथ मुज़ाकरात के दुबारा आग़ाज़ के बिशमोल ख़ारिजा पालिसी के तमाम अहम मौज़ूआत पर तबादला-ए-ख़्याल किया जिस के लिए वज़ारत-ए-ख़ारजा में एक इजलास मुनाक़िद किया गया था।
ब्यान में इजलास में हुई बातचीत और शुरका के नामों के बारे में तफ़सीलात का हवाला नहीं दिया गया लेकिन अख़बारी इत्तिलाआत के बमूजब इस इजलास में आई ऐस आई के सरबराह लीफ़टननट कर्नल अहमद शुजा पाशा, मोतमिद दिफ़ा सय्यद अतहर अली, कॉमर्स सैक्रेटरी ज़फ़र महमूद और मोतमिद दाख़िला के ऐम सिद्दीक़ अकबर ने शिरकत की। फ़ौज की तरफ़ से लीफ़टननट जनरल मुहम्मद आसिफ़ और लीफ़टननट जनरल वहीद अरशद ने नुमाइंदगी की।
हिंदूस्तान और पाकिस्तान के दरमयान तिजारती ताल्लुक़ात को मामूल पर लाने केलिए इक़दामात करने की ग़रज़ से वज़ारत तिजारत को काबीना की तरफ़ से इख़्तयारात दिए जाने के बाद ये इजलास तलब किया गया।