बर्तानिया हिंदूस्तान को दी जाने वाली इम्दाद का सिलसिला ख़तम करने का मंसूबा बना रहा है और 2015 के बाद मुख़्तलिफ़ इम्दादी प्रोग्राम्स की तजदीद ना करने का भी इम्कान है। मीडीया रिपोर्ट में ये बात बताई गई। एंड्रयू मीशल इंटरनैशनल डेवलपमेन्ट सेक्रेटरी ने वाज़िह तौर पर कहा है कि इनके महकमा की जानिब से 1.6 बिलीयन पौंडस मालीयाती प्रोग्राम्स क़तई मरहले में है और उसे रोक दिया जाएगा क्योंकि हिंदूस्तानी मईशत तेज़ी से तरक़्क़ी कर रही है और वो अपने बलबूते पर ग़ुर्बत के ख़ातमे के लिए कोशिश कर सकती है।
संडे टाईम्स के मुताबिक़ एंड्रयू मीशल ने कहा कि हम हिंदूस्तान के साथ इम्दादी प्रोग्राम के आख़िरी मरहले में है। इस वक़्त हुकूमत बर्तानिया ने हिंदूस्तान को 2015 तक इम्दादी प्रोग्राम्स के तहत फंड्स फ़राहम करने का बरसर-ए-आम वायदा किया है।
कुछ पाँच साल के दौरान एक बिलीयन पौंडस से ज़ाइद रक़म हिंदूस्तान भेजी जा चुकी है जबकि 600 मिलीयन पौंडस अदा शदणी है। एंड्रयू मीशल ने 2015 के बाद हिंदूस्तान के साथ इम्दादी प्रोग्राम की तजदीद के बारे में तब्सिरा से गुरेज़ किया। उन्होंने कहा कि अवाम इस तरह के सवाल क्यों कर रहे हैं, इस का उन्हें बख़ूबी अंदाज़ा है और हम ख़ुद से भी यही सवाल करते हैं चुनांचे हुकूमत किसी भी स्कीम का हर पहलू से जायज़ा लेते हुए इस के बाद ही कोई फ़ैसला करती है।