दुबई 27 मार्च : हिंदूस्तानी टीम को आई सी सी की टेस्ट टीम की दर्जा बंदी में तीसरे मुक़ाम के इनाम पर इकतिफ़ा-ए-करना होगा जैसा कि इंगलैंड ने ऑकलैंड में मेज़बान न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ तीसरे टेस्ट को ड्रा करने में कामयाबी हासिल की है।
हिंदूस्तान को आई सी सी की टेस्ट दर्जा बंदी में दूसरे मुक़ाम के हुसूल और इनाम के लिए ना सिर्फ़ ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ दिल्ली में मुनाक़िदा सीरीज़ के चौथे टेस्ट में कामयाबी हासिल करनी थी बल्कि उसे ये भी उमीद करनी थी कि ऑकलैंड में मुनाक़िदा तीसरे टेस्ट में इंगलैंड के ख़िलाफ़ न्यूज़ीलैंड को कामयाबी हासिल हो और वो दोनों टीमों के दरमयान मुनाक़िदा तीन मुक़ाबलों की सीरीज़ को 1-0 से अपने नाम करले। एक अप्रैल टीमों की दर्जा बंदी की आख़िरी तारीख़ है।
लिहाज़ा अब टीमों का फ़ैसला हो चुका है। जनूबी अफ़्रीक़ा को पहले और इंगलैंड को दूसरा मुक़ाम हासिल हुआ है और वो इन दो मुक़ामात की इनामी रक़ूमात भी हासिल करेंगी जबकि हिंदूस्तान तीसरे मुक़ाम पर फ़ाइज़ रहते हुए 250,000 अमेरीकी डॉलर्स इनामी रक़म हासिल करेगा ।
चूँकि न्यूज़ीलैंड ने कामयाबी हासिल नहीं की है वर्ना इसे 350,000 अमेरीकी डॉलर्स इनामी रक़म हासिल होसकती थी। ऑस्ट्रेलिया को 4-0 की शिकस्त के बाद चौथा मुक़ाम हासिल हुआ है और उसे आई सी सी की दर्जा बंदी में चौथे मुक़ाम की इनामी रक़म 150,000 अमेरीकी डॉलर्स हासिल होंगे।
जनूबी अफ़्रीक़ा दर्जा बंदी के 128 निशानात के ज़रीये पहला मुक़ाम पहले ही हासिल करलिया है जबकि दूसरे मुक़ाम के हुसूल केलिए हिंदूस्तान और इंगलैंड के दरमयान क़रीबी मुक़ाबला था हालाँकि हिंदूस्तान ने ऑस्ट्रेलिया को अपनी घरेलू सीरीज़ में 4-0 से शिकस्त दी।
ताहम इंगलैंड ने ख़ुद को न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ शिकस्त से महफ़ूज़ रखा जिस की बदौलत वो दूसरा मुक़ाम बरक़रार रखने में कामयाब रही। जनूबी अफ़्रीक़ा को पहले मुक़ाम की इनामी रक़म 450,000 अमेरीकी डॉलर्स हासिल होगी।