हिंदूस्तान को सब से ज़्यादा पसंदीदा मुल्क् का दर्जा दिए जाने गिलानी की तरदीद

ईस्लामाबाद 06 नवंबर (पी टी आई) हिंदूस्तान को हाल ही में पाकिस्तान की जानिब से सब से ज़्यादा पसंदीदा मलिक का दर्जा दिया गया था लेकिन हैरतअंगेज़ तौर पर आज वज़ीर-ए-आज़म यूसुफ़ रज़ा गिलानी ने कहा कि वज़ारत कॉमर्स को काबीना ने ये ज़िम्मेदारी सौंपी थी कि वो हिंदूस्तान के साथ दो रुख़ी तिजारती पालिसी पर बातचीत करे।

सिर्फ तीन रोज़ क़बल पाकिस्तान के वज़ीर-ए-इत्तलात फ़िर्दोस ऐवान ने काबीना के एक इजलास के बाद ये ऐलान किया था कि पाकिस्तान ने मुत्तफ़िक़ा तौर पर हिंदूस्तान को सब से ज़्यादा पसंदीदा मलिक का दर्जा देने का फ़ैसला किया है।

यहां इस बात का तज़किरा भी दिलचस्पी से ख़ाली ना होगा कि 1996-ए-में हिंदूस्तान ने भी पाकिस्तान को सब से ज़्यादा पसंदीदा मलिक का मौक़िफ़ अता किया था और तब से आज तक पाकिस्तान ने हिंदूस्तान केलिए इस मौक़िफ़ का इज़हार करने में काफ़ी टाल मटोल से काम लिया है। मिस्टर ऐवान के ऐलान के बाद पाकिस्तान में दाएं बाज़ू के इंतिहापसंद और मलिक के अहम तरीन सूबा पंजाब की बिज़नस लॉबी हुकूमत के इस इक़दाम की मुख़ालिफ़त कर रही है।

ख़ुसूसी तौर पर इंजीनीयरिंग और फ़ारमासीवटीकलज़ प्रोडक्ट्स के कारोबार करने वाले ताजरीन कंपनीयों का कहना है कि हिंदूस्तान को सब से ज़्यादा पसंदीदा मलिक का मौक़िफ़ अता करने से उन का तिजारती मुफ़ाद असर अंदाज़ होगा।