हिंदूस्तान को सिडनी में भी आउट करना चैलेंज

सिडनी, ०१ जनवरी: ( आई ए एन ऐस ) ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माईकल क्लार्क ने अपने बोलर्स के सामने सिडनी में दूसरे टेस्ट में हिंदूस्तान को आउट करने का चैलेंज रखा है । क्लार्क ने कहा कि इन के बोलर्स ने जिस तरह पहले टेस्ट में जारहाना मुज़ाहरा किया वो काबिल-ए-क़दर है ।

जिस तरह मैलबोर्न में हिंदूस्तान के लोअर आर्डर बल्लेबाज़ों को आउट किया गया वो भी काबिल-ए-तारीफ़ है । अगर हालात साथ दें तो उन के ख़्याल में सिडनी में भी हिंदूस्तानी बल्लेबाज़ों को आउट करने में कोई मसला नहीं रहेगा।

क्लार्क चाहते है कि उन के बौलर्स बेतकान जद्द-ओ-जहद करें और इसी तात और जारहीयत के साथ बौलिंग करें जिस तरह उन्हों ने मैलबोर्न में किया था और इस टेस्ट् में हिंदूस्तान को 122 रनों से शिकस्त हुई थी । उन्हों ने कहा कि हम ने मुसबत रवैय्या इख़तियार रखा और हिंदूस्तान को ये पयाम दिया था कि हम हर चैलेंज से निमटने के लिए तैयार हैं।

लेकिन हम को सिडनी में ज़्यादा बेहतर मुज़ाहरा करना होगा और वहां के मौसमी और मैच के हालात के मुताबिक़ काम करना होगा। क्लार्क ने ताहम अपनी टीम को ख़बरदार किया कि हिंदूस्तानी टीम दूसरे टेस्ट में शानदार वापसी भी कर सकती है ।

उन्हों ने संडे टैलीग्राफ़ में अपने मज़मून में लिखा कि हिंदूस्तान जैसी मयारी खिलाड़ियों वाली टीम इस इबतिदाई मायूसी के बाद शानदार वापसी कर सकती है क्योंकि इस के कुछ बल्लेबाज़ों का सिडनी में बेहतरीन रिकार्ड है । हमारे सामने बड़ा चैलेंज है कि हम इस्तिक़लाल से खेलें ताकि हम गुज़शता चंद माह से कामयाबी-ओ-नाकामी के मरहला से आगे बढ़ सकें।

आस्ट्रेलिया की बौलिंग की सताइश करते हुए क्लार्क ने कहा कि पहले टसट में हमारी बौलिंग की सब से मुतास्सिर कुन बात ये थी कि बोलर्स ने एक यूनिट के तौर पर गेंदबाज़ी की है । मुसलसल दबाव बरक़रार रखा था । हम ने गुज़शता कुछ वक़्त में इतना अच्छा मुज़ाहरा नहीं किया था । इस का सहरा यक़ीनी तौर पर फ़ासट बोलर्स को जाता है ।