हिंदूस्तान गै़रक़ानूनी सट्टा बाज़ी का मर्कज़ : एहसान

इंटरनैशनल क्रिकेट कौंसल ( आई सी सी) के साबिक़ सदर एहसान मानी ने स्पोर्टस में क्रप्शन की असल वजह हिंदूस्तान को क़रार देते हुए कहा कि हिंदूस्तान में होने वाली गै़रक़ानूनी सट्टा बाज़ी तमाम मसाइल की जड़ है । मानी जिन्हों ने 2003 और 2006 में आई सी सी की सदारत की है ।

उन्होंने एतवार को हिंदूस्तान और पाकिस्तान के दरमयान खेले गए मुक़ाबला में 500 मिलीयन डॉलर्स की सट्टा बाज़ी के आदाद-ओ-शुमार बताए हैं ताहम उन्होंने ये नहीं कहा कि ये आदाद-ओ-शुमार कहां से मिले । एहसान मानी ने कहा कि जब तक हिंदूस्तान में सट्टा बाज़ी की सनअत को क़ाबू में नहीं किया जाएगा मैच फिक्सिंग को रोका नहीं जा सकता ।

उन्होंने मज़ीद कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि हिंदूस्तान और ख़ुसूसन दिल्ली और मुंबई क्रिकेट में सट्टा बाज़ी के अहम मुक़ामात है। एहसान मानी ने हिंदूस्तान में सट्टा बाज़ी को क़ानूनी हैसियत देने की हिमायत करते हुए कहा कि सट्टा बाज़ी को क़ानूनी हैसियत देने के बाद ही सट्टा बाज़ों पर सही तौर पर नज़र रखी जा सकती है ।

इस तरह क्रप्शन पर क़ाबू पाने के बाद दुनियाए क्रिकेट में बद उनवान खिलाड़ियों की तादाद वाज़िह कम हो जाएगी । मानी ने आई सी सी के सदर और हिंदूस्तानी वज़ीर शरद पवार के अलावा बोर्ड आफ़ कंट्रोल फ़ार क्रिकेट इन इंडिया ( बी सी सी आई) से मुतालिबा किया कि वो हुकूमत पर दबाव डालते हुए सट्टा बाज़ी को क़ानूनी हैसियत दिलवाए ।

पाकिस्तानी चार्टेर्ड एकाउंटेंट एहसान मानी ने कहा कि हिंदूस्तान बर्तानिया और आस्ट्रेलिया की तरह सट्टा बाज़ी को क़ानूनी हैसियत दें जहां क़ानूनी बटनग फर्म्स आई सी सी के एन्टीक्रप्शन ऐंड सिक्योरिटी यूनिट (ए सी एस यू) को मुश्तबा अफ़राद के मुताल्लिक़ आगाह करती है ।

एहसान मानी ने टवन्टी 20टूर्नामेंट जैसे इंडियन प्रीमीयर लीग( आई पी एल) और आस्ट्रेलिया में खेले जाने वाले बिग बाश को गै़रक़ानूनी सट्टा बाज़ों की हिम्मत अफ़्ज़ाई के टूर्नामेंटस क़रार दिए हैं और कहा है कि हाई प्रोफाईल टूर्नामेंट आई पी एल और बिग बाश खिलाड़ियों को बद उनवान करने की राहें हमवार कर रही है।

मानी ने कहा कि वो समझते हैं कि आई पी एल के ज़रीया हिंदूस्तान में सट्टा बाज़ी की सनअत को इस्तेहकाम मिल रहा है। दरीं असना बी सी सी आई के तर्जुमान ने राजीव शुक्ला इस मौक़ा पर दस्तयाब नहीं थे जो मानी के रिमार्कस पर जवाबी ब्यान दे सकें । याद रहे कि 2000 से क्रिकेट पर सट्टा बाज़ी से मुताल्लिक़ गहरी नज़र रखी जा रही है क्योंकि इस मौक़ा पर जुनूबी अफ़्रीक़ी टीम के साबिक़ और आँजहानी कप्तान हेंसी क्रोनिए हिंदूस्तानी साबिक़ कप्तान मुहम्मद अज़हर उद्दीन और पाकिस्तानी ऑल राउंडर सलीम मलिक पर सट्टा बाज़ी के इल्ज़ामात के तहत उन पर ताहयात पाबंदी आइद की गई थी जिनके सट्टा बाज़ों के साथ ताल्लुक़ात के शवाहिद मिले थे ।

इलावा अज़ीं गुज़श्ता बरस ( साल) 3 पाकिस्तानी क्रिकेटर्स को स्पाट फिक्सिंग मुआमला में कुसूरवार पाने के बाद क़ैद की सज़ा दी गई थी । नीज़ हिंदूस्तानी सट्टा बाज़ों के खिलाड़ियों के साथ ताल्लुक़ात भी मौज़ू बहस बने रहे।