हिंदूस्तान में युरेनियम के नए ज़ख़ाइर, अनक़रीब तैयारी प्लांट का आग़ाज़

हिंदूस्तान में बहुत जल्द यूरेनियम के नए ज़ख़ाइर का आग़ाज़ किया जाएगा। आइन्दा चंद हफ़्तों में यूरेनियम की निकासी के लिए प्रॉसॅसिंग प्लांट शुरू किया जाएगा। इससे न्यूक्लियर पावर प्लांटस को ईंधन की फ़राहमी होगी। एक आला ओहदेदार ने बताया कि यूरेनियम निकालने का काम तेज़ी से शुरू किया जाएगा। यूरेनियम कारपोरेशन आफ़ इंडिया लिमेटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर दीवाकर आचार्य ने बताया कि झारखंड में पाए जाने वाली खान तक़रीबन यूरेनियम की अक्कासी के लिए तैयार है।

आइन्दा चंद हफ़्तों के दौरान यूरेनियम खोद का निकाला जाएगा। तिमिला पल्ली युरेनियम माइन के लिए एक प्रॉसॅसिंग प्लांट की तवक़्क़ो है कि बहुत जल्द शुरू होगा। इस ख़ित्ते में ख़ाम मादनियात का काफ़ी ज़ख़ीरा पाया जाता है। मंसूबा के मुताबिक़ मलधी माइन जब से काम करना शुरू किया है रोज़ाना 500 टन यूरेनियम निकालने की गुंजाइश पैदा हुई है।

अचार्य ने कहा कि तरोमधी मिल में जिसकी गुंजाइश रोज़ाना 3000 टन यूरेनियम निकालने की है इसमें मज़ीद इज़ाफ़ा करते हुए रोज़ाना 4500 टन यूरेनियम निकालने का काम शुरू किया जाएगा। यूरेनियम को हासिल करने के लिए रैगूलेटरी मंज़ूरी का इंतेज़ार किया जा रहा है।

डिपार्टमेंट आफ़ एटमी तवानाई ने तिमिला पम्ली यूरेनियम ज़ख़ाइर पर भारी बोली लगाई है। इससे तवक़्क़ो है कि गुंजाइश से ज़्यादा यूरेनियम हासिल किया जाएगा। अब हम ने तिमिला पल्ली माइन से 14000 टन ज़ख़ाइर को हासिल किया है और ये 60 हज़ार टन तक जाएगा। यूरेनियम की निकासी का काम हौसला अफ्ज़ा रहा है। तिमिला पल्ली मिल में भी रोज़ाना 3 हज़ार टन यूरेनियम तैयार करने की गुंजाइश है जिसको 6 हज़ार टन तक इज़ाफ़ा किया जा सकता है।

न्यूक्लियर पावर कारपोरेशन आफ़ इंडिया लिमेटेड फ़िलहाल राजस्थान के रावथत और गुजरात के कुकर पाड़ा में चार 700 मेगावाट के री ऐक्ट्रस तामीर कर रहा है। आइन्दा 10 साल के दौरान वो इस तरह के मज़ीद दस 700 मैगावाट री ऐक्ट्रस क़ायम करने पर ग़ौर कर रहा है। फ़िलहाल मुल्क भर में 6 मुक़ामात पर हिंदूस्तान के 20 न्यूक्लियर पावर प्लांटस काम कर रहे हैं जिनकी बर्क़ी पैदा करने की गुंजाइश 4780 मैगावाट है।

आचार्य ने मज़ीद कहा कि डिपार्टमैंट आफ़ एटमिक एनर्जी कर्नाटक के शुमाली ज़िला यादुगीर् में गोगी माइन के लिए माहौलियाती क्लिरेंस हासिल करने की कोशिश में है। ये प्लांट बहुत छोटा है लेकिन यहां पर यूरेनियम के ज़्यादा ज़ख़ाइर पाए जाते हैं। इन ज़ख़ाइर को एक मोबाईल प्लांट के इस्तेमाल के ज़रीया हासिल किया जा सकता है।

यूरेनियम कारपोरेशन आफ़ इंडिया लिमेटेड इस वक़्त मुल्क के कई हिस्सों में खानों के ज़रीया यूरेनियम हासिल कर रहा है। इसकी जानिब से जादू गौड़ा और तरमध में भी दो प्रॉसॅसिंग प्लांट चलाए जा रहे हैं। यूरेनियम की निकासी बर्क़ी की तैयारी में एहमीयत रखती है। मुल्क के कई हिस्सों में यूरेनियम के ज़ख़ाइर का पता चलाकर इसे हासिल करने के लिए प्लांटस क़ायम किए जा रहे हैं।

कर्नाटक के ज़िला यादुगीर् में भी गोगी मुक़ाम पर यूरेनियम के ज़ख़ाइर का पता चला कर उसे हासिल करने के लिए मोबाईल प्लांटस का इस्तेमाल किया जाएगा।